पेरिस ओलंपिक का आगाज हो चुका है। वहीं भारतीय महिला तीरंदाज अंकिता भकत ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। दरअसल, पेरिस ओलंपिक की महिला व्यक्तिगत रिकर्व तीरंदाजी स्पर्धा के क्वालिफिकेशन में अंकिता ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए 11वां स्थान हासिल कर सबको चौंका दिया। अपनी कड़ी मेहनत के दम पर अंकिता ने आज ओलंपिक में भारत का परचम लहरा रही है।
10 साल की उम्र में शुरू की तीरंदाजी
पश्चिम बंगाल के कोलकाता की रहने वाली अंकिता भकत ने महज 10 साल की उम्र में तीरंदाजी शुरू कर दी थी। कोलकाता के सर्कस मैदान में आयोजित एक स्थानीय तीरंदाजी प्रतियोगिता में नन्ही अंकिता ने भाग लिया। हालांकि उस समय ना तो उनके पास सही उपकरण थे और ना ही अनुभव, लेकिन अंकिता ने हार नहीं मानी और स्थानीय क्लब से उपकरण उधार में लेकर तीरंदाजी का अभ्यास शुरू किया।
तीन बार की एशियन चैंपियन
अंकिता भकत अपने प्रदर्शन के दम पर एक के बाद एक सफलता की साढ़ी चड़ी। आपको बता दें कि, अंकिता ने तीन बार एशियन चैंपियनशिप भी जीती। साल 2015 में अंकिता ने सियोल इंटरनेशनल यूथ आर्चरी फेस्ट में रजत और कांस्य पदक जीते। उन्होंने साल 2017 में एशिया कप और भारतीय सीनियर नेशनल चैंपियनशिप के फाइनल तक पहुंचीं। इसके साथ ही साल 2022 में अंकिता के पैरों ने उड़ान भरी और ने खेलो इंडिया महिला नेशनल रैंकिंग तीरंदाजी टूर्नामेंट में हिस्सा लिया एवं अपना पहला स्वर्ण पदक जीता। हांगझाऊ एशियाई खेलों में टीम ने रिकर्व वर्ग में कांस्य पदक जीता था।
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