चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भारतीय टीम के प्रदर्शन के आधार पर मुख्य कोच गौतम गंभीर के भविष्य का फैसला होगा। गौतम गंभीर टीम इंडिया में लंबे वक्त से चली आ रहे “सुपरस्टार कल्चर” को खत्म करना चाहते हैं। इसके कारण भारतीय टीम के ड्रेसिंग रूम में असंतोष है। ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज के दौरान प्रमुख खिलाड़ियों के साथ उनके मतभेद की अटकलें लगाई जा रही हैं। इसमें भारत 1-3 से हार गया था।
गौतम गंभीर पर चैंपियंस ट्रॉफी के बाद फैसला
बीसीसीआई सूत्र के अनुसार, अगर चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भारतीय टीम अच्छा प्रदर्शन नहीं करता है, तो मुख्य कोच की पोजिशन पर बात आ सकती है। हां, गौतम गंभीर का अनुबंध 2027 वर्ल्ड कप तक है, लेकिन मूल्यांकन की प्रक्रिया जारी है। रिजल्ट ओरिएंटेड खेल है और अब तक गौतम गंभीर ने कोई ठोस परिणाम नहीं दिया है।
मैकुलम को प्लेइंग इलेवन से किया था बाहर
गौतम गंभीर पिछले कई सालों से भारतीय टीम में चली आ रही सुपरस्टार कल्चर को खत्म करना चाहते हैं। आपको बता दें कि, साल 2012 में कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान के तौर पर गौतम गंभीर ने चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ आईपीएल फाइनल के लिए ब्रेंडन मैकुलम को प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया था। वह सुपरस्टार कल्चर को खत्म करने के लिए यहां आए हैं और यही बात कुछ खिलाड़ियों के लिए परेशानी का सबब बन गई है।
सीनियर खिलाड़ियों ने संवाद की कमी महसूस की
मिली जानकारी के अनुसार, भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर इस बात से खुश नहीं थे कि, ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान कुछ स्टार खिलाड़ियों ने होटल और अभ्यास के समय के बारे में विशेष मांगें रखीं। लेकिन दूसरी तरफ सीनियर खिलाड़ियों ने उनकी तरफ से संवाद की कमी महसूस की है। इस बीच बीसीसीआई चाहता है कि, खिलाड़ी हार की जिम्मेदारी लें। उसने फैसला किया है कि, हार का खिलाड़ियों की जेब पर भी होगा
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