ओलंपिक में विवादों का नाता पुराना रहा है.. हाल ही में पेरिस ओलंपिक में नया विवाद सामने आया जो सुर्खियां बन गया.. कुछ दिन पहले ईमान खलीफा की जीत के बाद जेंडर विवाद ने बवाल खड़ा कर दिया था. अब एक ओर विवाद ने जन्म ले लिया है. इस बार दो बार की वर्ल्ड चैंपियन ताइवान की लिन यू-टिंग (Lin Yu-ting) को लेकर विवाद पैदा हो गया है.
टेस्टोस्टेरोन क्या है?
ये दोनों एथलीट IBA के अचानक और मनमाने फैसले के शिकार हुई थीं. 2023 में IBA वर्ल्ड चैंपियनशिप के अंत में उन्हें बिना किसी उचित प्रक्रिया के अचानक अयोग्य घोषित कर दिया गया था. यह निर्णय शुरू में केवल IBA महासचिव और CEO द्वारा लिया गया था. इसके अलावा उन्होंने कहा कि आईओसी वर्तमान में दो एथलीटों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार से दुखी है.
क्या है लिन यू-टिंग विवाद ये भी जान लेते है
दरअसल, ताइवान की लिन यू-टिंग ने पेरिस में अपने पहले मुकाबले में महिलाओं के 57 किग्रा वर्ग में उज्बेकिस्तान की सिटोरा टर्डीबेकोवा को सर्वसम्मत अंकों के आधार पर हराया. बता दें कि लिन को मिली जीत के बाद विरोधी बॉक्सर सिटोरा ने हाथ मिलाने से इनकार कर दिया. जिसके बाद और विवाद पैदा हो गया. सिटोरा का मानना है कि उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि एक पुरुष के जैसे क्षमता वाली बॉक्सर के विरोध में उनके लिए ऐसा करना जायज था. सबसे चौंकाने वाली बात है कि ईमान का विवाद सामने आने के बाद भी ओलंपिक के अधिकारियों ने 55 किग्रा वर्ग में ये मुकाबला करवाया. लिन की उम्र 28 साल है और वह दो बार की विश्व चैंपियन रह चुकी हैं. लिन इससे पहले भी कई मामलों में चर्चा में रहीं हैं.क्या है इमान खेलिफ विवाद ये भी जान लेते है
1 अगस्त को हुए महिलाओं की 66 किलोग्राम भारवर्ग बाउंट को लेकर विवाद शुरू हो चुका है। इटली की एंजेला कारिनी और अल्जीरिया की इमान खेलीफ आमने-सामने थीं, लेकिन एंजेला सिर्फ 46 सेकेंड में ही मैच से हट गईं। इस वजह से अल्जीरिया की मुक्केबाज इमान खेलीफ को विजेता घोषित कर दिया। पूरा विवाद इमान खेलीफ की 'लिंग जांच' से जुड़ा हुआ है। दरअसल, इमान खेलीफ के शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की मात्रा असामान्य है। इसी वजह से उन्हें 2023 विश्व चैंपियनशिप में 'लिंग जांच' में विफल होने के बाद ‘डिस्क्वालीफाई’ कर दिया गया था, जिसके बाद से अब पेरिस ओलिंपिक में उनकी मौजूदगी चर्चा बनी हुई है।कौन हैं इमान खेलिफ?
इमान खेलिफ अल्जीरिया की 25 वर्षीय बॉक्सर हैं, जो पेरिस ओलंपिक 2024 में महिलाओं की 66 किग्रा (वेल्टरवेट) मुक्केबाजी इवेंट में भाग ले रही हैं. वह तियारेत से हैं और वर्तमान में यूनिसेफ की एंबेसडर हैं. उन्होंने पहले फुटबॉल खेला, फिर बॉक्सिंग में कदम रखा और अपने गांव में पली-बढ़ीं. उनके पिता ने शुरू में उन्हें इस खेल में भाग लेने की अनुमति नहीं दी, क्योंकि "उन्हें लड़कियों के लिए बॉक्सिंग पसंद नहीं थी."वर्ल्ड चैंपियनशिप 2022 के सिल्वर मेडलिस्ट हैं इमान खेलिफ
इमान खेलिफ ने साल 2018 में वर्ल्ड चैंपियनशिप में हिस्सा लिया था, लेकिन पहले राउंड में ही हार गई थीं. अगले साल भी कुछ ऐसा ही हुआ. टोक्यो ओलंपिक 2020 में उन्होंने क्वार्टर फाइनल तक का सफर तय किया था. 2022 में तो इमाने ने इतिहास रच दिया. वो वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचीं, लेकिन सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पड़ा.कभी दिल्ली में गोल्ड मेडल मैच से कर दी गई थीं बाहर
साल 2023 में इमान खेलिफ को दिल्ली में हुए वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप से बाहर कर दिया गया. बॉक्सिंग की संस्था इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन (IBA) के मुताबिक, कुछ एथलीटों ने अपना जेंडर छुपाने की कोशिश की थी. डीएनए टेस्ट में पता चला कि इमान समेत कुछ एथलीटों के XY क्रोमोसोम हैं, यानी वो पुरुष हैं. लेकिन अल्जीरिया ने कहा कि इमान खेलिफ को मेडिकल कारणों से बाहर किया गया. वहीं अल्जीरिया की मीडिया ने दावा किया कि इमान खेलिफ के शरीर में टेस्टोस्टेरॉन का लेवल ज्यादा था.46 सेकंड में जीता बॉक्सिंग मुकाबला
इमान खेलिफ ने पेरिस ओलंपिक 2024 में अपने पहले मैच में इटली की एंजेला कैरिनी का सामना किया और कैरिनी को 46 सेकंड के भीतर रिटायर होने के बाद जीत हासिल की. इमान खेलिफ के जीत के बाद, कैरिनी को काफी आलोचना का सामना करना पड़ा.टेस्टोस्टेरोन क्या है?
- • टेस्टोस्टेरोन एक सेक्स हार्मोन है जो पुरुषों और महिलाओं दोनों द्वारा उत्पादित होता है। हालाँकि, पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन 20 गुना अधिक होता है – मुख्य रूप से अंडकोष में।
- • महिलाओं में अंडाशय और अधिवृक्क ग्रंथियों में यह क्षमता बहुत कम होती है।
- • अमेरिका के माउंट सिनाई अस्पताल के अनुसार, पुरुषों के लिए टेस्टोस्टेरोन का सामान्य स्तर रक्त में 10 से 35 नैनोमोल प्रति लीटर माना जाता है।
- • महिलाओं के लिए यह 0.5 से 2.4 एनएमओएल प्रति लीटर के बीच है।
- • टेस्टोस्टेरोन का स्तर भी उम्र और वर्ष के समय के अनुसार व्यापक रूप से भिन्न हो सकता है।
- • जब लोगों में स्वाभाविक रूप से टेस्टोस्टेरोन जैसे सेक्स हार्मोन का अधिक उत्पादन होता है, तो इसे हाइपरएंड्रोजेनिज़्म कहा जाता है।
- • शोध में पाया गया है कि यह रोग अनुमानतः पांच प्रतिशत महिलाओं को प्रभावित करता है, तथा लगभग 70 प्रतिशत मामलों में इसका कारण पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम होता है।
- • इसके लक्षणों में मुँहासे, शरीर पर बाल उगना और सिर पर बाल झड़ना शामिल हैं।
इसका खेल पर क्या प्रभाव पड़ता है?
- • टेस्टोस्टेरोन हड्डियों और मांसपेशियों के द्रव्यमान को बढ़ा सकता है – जानबूझकर इसके स्तर को बढ़ाना डोपिंग का एक सामान्य रूप है और इस पर प्रतिबंध है।
- • शोध से पता चला है कि टेस्टोस्टेरोन की अधिकता वाले लोग उच्च स्तरीय खेलों में अधिक प्रतिनिधित्व करते हैं।
- • लेकिन यह हार्मोन प्रदर्शन को कितना बढ़ाता है, यह अभी भी बहस का विषय है।
- • अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति के मानवाधिकार प्रमुख मैगली मार्टोविच ने 2021 में कहा था कि टेस्टोस्टेरोन एथलेटिक प्रदर्शन को कैसे प्रभावित करता है, इस पर कोई “वैज्ञानिक सहमति” नहीं है।
सोशल मीडिया पर एंजेला के सपोर्ट में मुहिम
IBA ने भी इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी (IOC) पर सवाल उठाया है। IBA ने कहा कि IOC नियमों का उल्लंघन कर रही है। इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने पूरे मामले में अपना पक्ष रखते हुए कहा, 'मुझे लगता है कि जिन एथलीटों में पुरुष आनुवंशिक विशेषताएं हैं, उन्हें महिलाओं की प्रतियोगिताओं में प्रवेश नहीं दिया जाना चाहिए। इसलिए नहीं कि आप किसी के साथ भेदभाव करना चाहते हैं, बल्कि महिला एथलीटों के समान शर्तों पर प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम होने के अधिकार की रक्षा करना चाहते हैं।' इस मुकाबले के बाद सोशल मीडिया पर #IStandWithAngelaCarini ट्रेंड कर रहा है।
आईओसी ने किया इमान खेलिफ का सपोर्ट
अन्तरराष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (IOC) और पेरिस 2024 मुक्केबाजी इकाई ने उनका सपोर्ट किया और एक संयुक्त बयान जारी कर कहा कि पेरिस 2024 खेलों में प्रतिस्पर्धा करने वाला हर एक एथलीट उनके नियमों का पालन किया है.
IOC ने आरोपों को बताया गलत
इंटरनेशनल ओलंपिक कमिटी ने अपने बयान में आगे कहा कि हमने कुछ रिपोर्ट्स में दो महिला एथलीटों के ओलंपिक खेल पेरिस 2024 में प्रतिस्पर्धा करने के बारे में भ्रामक जानकारी देखी है. दोनों एथलीट कई सालों से महिला वर्ग में इंटरनेशनल मुक्केबाजी टूर्नामेंट्स में खेल रही हैं, जिनमें ओलंपिक खेल टोक्यो 2020, अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (आईबीए) वर्ल्ड चैंपियनशिप और आईबीए की ओर से अनुमोदित टूर्नामेंट शामिल हैं.
ये दोनों एथलीट IBA के अचानक और मनमाने फैसले के शिकार हुई थीं. 2023 में IBA वर्ल्ड चैंपियनशिप के अंत में उन्हें बिना किसी उचित प्रक्रिया के अचानक अयोग्य घोषित कर दिया गया था. यह निर्णय शुरू में केवल IBA महासचिव और CEO द्वारा लिया गया था. इसके अलावा उन्होंने कहा कि आईओसी वर्तमान में दो एथलीटों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार से दुखी है.
- • टेस्टोस्टेरोन एक सेक्स हार्मोन है जो पुरुषों और महिलाओं दोनों द्वारा उत्पादित होता है। हालाँकि, पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन 20 गुना अधिक होता है – मुख्य रूप से अंडकोष में।
- • महिलाओं में अंडाशय और अधिवृक्क ग्रंथियों में यह क्षमता बहुत कम होती है।
- • अमेरिका के माउंट सिनाई अस्पताल के अनुसार, पुरुषों के लिए टेस्टोस्टेरोन का सामान्य स्तर रक्त में 10 से 35 नैनोमोल प्रति लीटर माना जाता है।
- • महिलाओं के लिए यह 0.5 से 2.4 एनएमओएल प्रति लीटर के बीच है।
- • टेस्टोस्टेरोन का स्तर भी उम्र और वर्ष के समय के अनुसार व्यापक रूप से भिन्न हो सकता है।
- • जब लोगों में स्वाभाविक रूप से टेस्टोस्टेरोन जैसे सेक्स हार्मोन का अधिक उत्पादन होता है, तो इसे हाइपरएंड्रोजेनिज़्म कहा जाता है।
- • शोध में पाया गया है कि यह रोग अनुमानतः पांच प्रतिशत महिलाओं को प्रभावित करता है, तथा लगभग 70 प्रतिशत मामलों में इसका कारण पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम होता है।
- • इसके लक्षणों में मुँहासे, शरीर पर बाल उगना और सिर पर बाल झड़ना शामिल हैं।
इसका खेल पर क्या प्रभाव पड़ता है?
- • टेस्टोस्टेरोन हड्डियों और मांसपेशियों के द्रव्यमान को बढ़ा सकता है – जानबूझकर इसके स्तर को बढ़ाना डोपिंग का एक सामान्य रूप है और इस पर प्रतिबंध है।
- • शोध से पता चला है कि टेस्टोस्टेरोन की अधिकता वाले लोग उच्च स्तरीय खेलों में अधिक प्रतिनिधित्व करते हैं।
- • लेकिन यह हार्मोन प्रदर्शन को कितना बढ़ाता है, यह अभी भी बहस का विषय है।
- • अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति के मानवाधिकार प्रमुख मैगली मार्टोविच ने 2021 में कहा था कि टेस्टोस्टेरोन एथलेटिक प्रदर्शन को कैसे प्रभावित करता है, इस पर कोई “वैज्ञानिक सहमति” नहीं है।
सोशल मीडिया पर एंजेला के सपोर्ट में मुहिम
IBA ने भी इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी (IOC) पर सवाल उठाया है। IBA ने कहा कि IOC नियमों का उल्लंघन कर रही है। इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने पूरे मामले में अपना पक्ष रखते हुए कहा, 'मुझे लगता है कि जिन एथलीटों में पुरुष आनुवंशिक विशेषताएं हैं, उन्हें महिलाओं की प्रतियोगिताओं में प्रवेश नहीं दिया जाना चाहिए। इसलिए नहीं कि आप किसी के साथ भेदभाव करना चाहते हैं, बल्कि महिला एथलीटों के समान शर्तों पर प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम होने के अधिकार की रक्षा करना चाहते हैं।' इस मुकाबले के बाद सोशल मीडिया पर #IStandWithAngelaCarini ट्रेंड कर रहा है।आईओसी ने किया इमान खेलिफ का सपोर्ट
अन्तरराष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (IOC) और पेरिस 2024 मुक्केबाजी इकाई ने उनका सपोर्ट किया और एक संयुक्त बयान जारी कर कहा कि पेरिस 2024 खेलों में प्रतिस्पर्धा करने वाला हर एक एथलीट उनके नियमों का पालन किया है.IOC ने आरोपों को बताया गलत
इंटरनेशनल ओलंपिक कमिटी ने अपने बयान में आगे कहा कि हमने कुछ रिपोर्ट्स में दो महिला एथलीटों के ओलंपिक खेल पेरिस 2024 में प्रतिस्पर्धा करने के बारे में भ्रामक जानकारी देखी है. दोनों एथलीट कई सालों से महिला वर्ग में इंटरनेशनल मुक्केबाजी टूर्नामेंट्स में खेल रही हैं, जिनमें ओलंपिक खेल टोक्यो 2020, अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (आईबीए) वर्ल्ड चैंपियनशिप और आईबीए की ओर से अनुमोदित टूर्नामेंट शामिल हैं.जेंडर टेस्ट में फेल हो चुकी हैं ईमान और लिन
पिछले साल विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के लिए लिंग पात्रता परीक्षण में असफल होने के बावजूद आईओसी ने दो मुक्केबाजों को 2024 पेरिस ओलंपिक में प्रतिस्पर्धा करने की अनुमति दी थी. 2023 में, अल्जीरियाई मुक्केबाज को महिला विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक मैच से कुछ घंटे बाद अयोग्यता घोषित किया गया था. खलीफ को कथित तौर पर उसके सिस्टम में टेस्टोस्टेरोन के उच्च स्तर के लिए अयोग्य घोषित किया गया थाWritten by-Uday
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