क्रीड़ा भारती और टीवाईसी द्वारा आयोजित 'खेल महाकुंभ' के सातवें दिन ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज मैरीकॉम शामिल हुईं। इस दौरान मैरीकॉम ने कहा कि, सीएम योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में खिलाड़ियों को बहुत समर्थन दिया है, अब पदक लाने की जिम्मेदारी युवा खिलाड़ियों की है।
मैं बचपन में हर खेल खेलती थी
पूर्व राज्यसभा सदस्य मैरीकॉम ने कहा कि, मैं बचपन में हर खेल खेलती थी, तब मुझे मुक्केबाजी के बारे में पता ही नहीं था। अभाव में बचपन बीता, सिर्फ चावल खाकर बचपन बीता, लेकिन खेल के प्रति जुनून जारी रहा। ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज कहा कि, मुक्केबाजी का अभ्यास बाद में जब शुरू हुआ तो ठान लिया कि शीर्ष तक जाना है।
बाकी खेलों को भी लोकप्रियता मिलनी चाहिए
उन्होंने आगे कहा कि, युवा खिलाड़ियों से भी कहना चाहती हूं कि, जो भी करो बस एक जगह ध्यान केंद्रित करके पूरा मन लगाकर काम करो, अपने मन को मजबूत रखो, अनुशासन में रहो और जुनून जिंदा रखो, जीत तुम्हारी होगी। ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज ने कहा कि, क्रिकेट की तरह बाकी खेलों को भी लोकप्रियता मिलनी चाहिए।
मैं महिला मुक्केबाजी को बड़ी पहचान नहीं मिल पाई
मैरीकॉम ने कहा कि, 30 से ज्यादा देशों के साथ खेल कर मैं विश्व चैंपियन रही, उसके बाद भी महिला मुक्केबाजी को इतनी बड़ी पहचान नहीं मिल पाई, इसका मलाल है। मैरीकॉम ने कहा कि, शादी और बच्चे होने के बाद मैं सिर्फ और बेहतर करने की सोच तथा पदक की भूख की वजह से वापस और मजबूती के साथ मुक्केबाजी में आई।
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