SpaceX - दुनिया का सबसे बड़ा रॉकेट SpaceX स्टारशिप ने 20 अप्रैल को अपनी पहली अंतरिक्ष उड़ान भरी। लेकिन, लॉन्च के कुछ समय बाद ही रॉकेट टेस्ट में फेल हो गया।
यान परीक्षण उड़ान के दौरान एक भयानक विस्फोट के साथ फट गया
SpaceX के सबसे शक्तिशाली रॉकेट को अंतरिक्ष यात्रियों के लिए डिजाइन किया गया है। जिससे यात्री चंद्रमा, मंगल और उससे आगे के प्लैनेट पर आसानी से घूम सके, लेकिन 20 अप्रैल को अंतरिक्ष यान परीक्षण उड़ान के दौरान एक भयानक विस्फोट के साथ फट गया। इससे पहले 17 अप्रैल को भी इसे लॉन्च करने की कोशिश की गई थी, पर प्रेशर वाल्व के फ्रीज होने की वजह से इसे रोकना पड़ा था। स्टारशिप की लॉचिंग टेक्सास के बोका चिका में निजी स्पेसएक्स स्पेसपोर्ट, स्टारबेस से की गई थी।
टेस्ट को लेकर बहुत कुछ सीखा है
स्पेस एक्स के ऑफिशियल वेबसाइट से ट्वीट कर परीक्षण उड़ान की जानकारी दी और कहा है कि, ऐसे टेस्ट से हम काफी कुछ सीखते हैं। इसी से सफलता मिलती है। इससे पहले तकनीकी कारणों से ये परीक्षण टल गया था। आज के इस पोस्ट से हमें स्टार्शिप के विश्वसनीयता में सुधार करने में मददगार होगा। तो वहीं एलन मस्क ने ट्वीट कर SpaceX की टीम को बधाई दी और कहा कि, इससे हम कुछ महीने बाद होने वाले टेस्ट को लेकर बहुत कुछ सीखा है।
क्या है स्टारशिप रॉकेट?
SpaceX ke स्टारशिप अंतरिक्ष यान और सुपर हेवी रॉकेट को एक सामूहिक रूप से स्टारशिप का नाम दिया गया है। स्टारशिप एक दोबारा इस्तेमाल किया जा सकने वाला अंतरिक्ष यान है। जिससे क्रू और कार्गो दोनों पर इस्तमाल करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह दुनिया का अब तक का सबसे शक्तिशाली लॉन्च वाहन होगा। रॉकेट की ऊंचाई 120 मीटर और व्यास 9 मीटर है, जबकि इसकी पेलोड क्षमता 100 से 150 टन है।कंपनी ने यह दावा किया है की इस रॉकेट के कैपासिटी 100 लोगों को एक ग्रह से दूसरे ग्रह ले जाने के है।
Written By – Muskan Dixit
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