जल्द ही भारत ऑटोमोबाइल मैनुफेक्चरिंग हब के रूप में अपना रुतबा दिखा सकेगा। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने जयपुर में टाटा मोटर्स (Tata Motors) के कार स्क्रैपिंग सेंटर के उद्घाटन के अवसर पर कहा कि सरकार भारत को एक वैश्विक ऑटोमोटिव उत्पादन आधार बनाने के लिए काम कर रही है। आने वाले दिनों में भारत का गृह उद्योग लगभग 15 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है।
जल्द बढ़ेगा रोजगार
गडकरी के अनुसार, ऑटो उद्योग प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 4 करोड़ लोगों को रोजगार देता है, जो अब 2025 तक बढ़कर 5 करोड़ होने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि भारत को नंबर एक वैश्विक ऑटोमोबाइल विनिर्माण केंद्र बनाने के लिए इसे 15 लाख करोड़ रुपये तक ले जाने के लक्ष्य पर काम हो रहा है।
स्क्रैपिंग सुविधा से बढ़ेगी ऑटोमोटिव मांग (Tata Motors)
गडकरी ने टाटा मोटर्स (Tata Motors) की कार स्क्रैपिंग सुविधा के उद्घाटन के मौके पर कहा कि देश वर्तमान में सालाना 8 मिलियन टन स्क्रैप स्टील का आयात करता है। नतीजतन, लगभग 50-60 स्क्रैपिंग केंद्र, स्टील कचरे के आयात की मांग को कम कर सकती हैं, जिससे भारत आत्मनिर्भर बन सकता है। स्क्रैपिंग एक संगठित उद्योग की स्थापना में सहायता करेगा, जिससे रोजगार की नई संभावनाएं पैदा होंगी।
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