लोहाघाट नगर के लोगों को पेयजल समस्या से निजात मिलती नजर नहीं आ रही है। जल निगम के अधिशासी अभियंता बी0के0 पाल ने जानकारी देते हुए बताया योजना की डीपीआर दो बार तकनीकी खामी के चलते रिजेक्ट हो चुकी है। तीसरी बार डीपीआर बनाकर डिवीजन कार्यालय हल्द्वानी भेजी गई है । डीपीआर पास होने पर जल निगम मुख्यालय देहरादून जाएगी। बीके पाल ने बताया अगर सब कुछ ठीक रहा और योजना को मंजूरी मिलती है तो फिर भी कम से कम सरयू लिफ्ट पेयजल योजना के निर्माण में 5 वर्ष का समय लग सकता है ।अभी डीपीआर प्रथम चरण में है योजना को काफी लंबा सफर तय करना है
योजना निर्माण की सीएम से मांग
बीके पॉल के मुताबिक योजना धरातल में उतरती है तो योजना से लोहाघाट नगर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों को भी जोड़ा जाएगा। कुल मिलाकर जब तक सरयू लिफ्ट पेयजल योजना धरातल में नहीं उतरती है लोहाघाट की जनता को पेयजल समस्या का सामना करना ही पड़ेगा या अन्य कोई वैकल्पिक व्यवस्था ढूंढनी पड़ेगी। मालूम हो पानी लोहाघाट की सबसे बड़ी समस्या बन चुका है जिससे हर कोई परेशान है ।जहां सरयू लिफ्ट योजना निर्माण के लिए लोहाघाट विकास संघर्ष समिति आंदोलन कर सरकार पर योजना निर्माण के लिए दबाव बना रही है। तो वही योजना भाजपा नेताओं की नाक का सवाल बन चुकी है योजना निर्माण के लिए मुख्यमंत्री धामी के द्वारा घोषणा की जा चुकी है। भाजपा जिला अध्यक्ष गोविंद सामंत का कहना है मामले में जल्द मुख्यमंत्री से मुलाकात कर योजना निर्माण की मांग की जाएगी। फिलहाल लोहाघाट नगर की जनता को दूर-दूर तक राहत मिलती नजर नहीं आ रही है।
Comments (0)