रविवार को लोहाघाट क्षेत्र में हुई मूसलाधार बारिश ने एनएच की कार्यप्रणाली की पोल खोल कर रख दी है। लोहाघाट के पाटन पुल के पास पिछले दो वर्षों से एनएच के कलमठ बंद पड़े हुए है। कई बार लोगों ने एनएच के अधिकारियों से बंद पड़े कलमठ को खोलने की मांग की लेकिन अधिकारियों के द्वारा कोई संज्ञान नहीं लिया गया। मूसलाधार बारिश से देवदार बनी से बहता हुआ कचरा व मलवा लोगों के घरों में घुसने के साथ-साथ पूरी सड़क में फैल गया। सड़क पूरी तरह तालाब में तब्दील हो गई जिस कारण लोगों को काफी दिक्कत उठानी पड़ी।
एनएच के अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर लोगों ने गहरी नाराजगी जताई। क्षेत्र के मोहन चंद्र पाटनी व अन्य लोगों ने बताया। समस्या पिछले दो-तीन वर्षों से बनी हुई है। बरसात में कलमठ बंद होने से पानी के साथ-साथ कूड़ा कचरा बहकर लोगों के घरों में घुसता है जिस कारण लोगों को कई बार नुकसान हो चुका है । तथा सड़कों में कूड़ा कचरा बहाने से लोगों को कई दिक्कत उठानी पड़ती है।
एनएच के अधिकारियों से कई बार कहने के बावजूद बंद पड़े इन कलमठ को नहीं खोला गया। पाटनी ने चेतावनी देते हुए कहा अगर इस बार एनएच के अधिकारियों के द्वारा कलमठ नहीं खोला गया तो एनएच के खिलाफ पूरे क्षेत्र की जनता आंदोलन करने को मजबूर होगी जिसकी पूरी जिम्मेदारी अधिकारियों की होगी। लोगों ने डीएम चंपावत से बंद पड़े कलमठ को खुलवा कर समस्या से निजात दिलाने की मांग की है
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