आम जनता को बड़ी राहत(WPI News) मिली है। रिटेल के बाद थोक महंगाई के आंकड़ों में भी भारी गिरावट देखने को मिली है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक मार्च में थोक महंगाई दर 1.34% रही। इससे पहले फरवरी में थोक महंगाई दर 3.85% रही थी।(WPI News) सरकारी आंकड़ों के मुताबिक मार्च में थोक महंगाई दर 29 महीनों के सबसे निचले स्तर पर फिसल गई है।
खाने-पीने का सामान हुआ सस्ता
थोक महंगाई दर में गिरावट खाने-पीने के सामान, टेक्सटाइल्स, मिनरल्स, रबर और प्लास्टिक प्रोडक्ट की कीमतों में गिरावट के चलते आई है। वहीं क्रूड पेट्रोलियम और नेचुरल गैस, पेपर और पेपर प्रोडक्ट्स की कीमतें कम होने से भी महंगाई घटी है।
सस्ता हुआ गेहूं
मार्च में गेहूं की थोक महंगाई दर 9.16% रही है, जबकि साल भर पहले मार्च 2022 में ये 14.04% थी। दालों की थोक महंगाई 3.03% है।
गौरतलब है कि जब सरकार ने WPI से जुड़े फरवरी के आंकड़े जारी कर दिए थे। तब भी महंगाई में कमी देखी गई थी। आंकड़ों के मुताबिक फरवरी में थोक महंगाई में 25 महीनों में सबसे कम दर्ज की गई। फरवरी में यह 3.85 फीसदी रही, जबकि फरवरी 2022 में थोक महंगाई 13.43 फीसदी रही थी। थोक महंगाई में गिरावट की एक प्रमुख वजह निर्माण वस्तुओं के अलावा ईंधन और बिजली की कीमतों में गिरावट को बताया गया है। बेस्ड महंगाई में गिरावट का यह लगातार नौवां महीना है, जब थोक महंगाई में गिरावट आई है। जनवरी महीने में थोक महंगाई 4.73 फीसदी थी। जो कि फरवरी में घटकर 4 प्रतिशत से भी कम आ गई। इससे पहले दिसंबर 2022 में थोक महंगाई की दर 4.95 फीसदी और नवंबर 2022 में 5.85 फीसदी रही थी। बताया जा रहा है कि खाने पीने की थोक कीमतों में गिरावट के साथ ही ईंधन की कीमतों में कमी ने महंगाई से राहत दी है।
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