भारतीय शेयर सूचकांक आज यानी की शुक्रवार के कारोबार में मामूली हरे निशान में खुले हैं। सेंसेक्स महज 0.1 फीसदी बढ़कर 66,297.35 अंक पर था, जबकि निफ्टी 0.04 फीसदी बढ़कर 19,750.45 अंक पर था। हालाँकि, इस सप्ताह अब तक उनमें संचयी आधार पर 2 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है।
सूचकांक में तेजी से गिरावट आई
अमेरिकी केंद्रीय बैंक द्वारा सितंबर की बैठक में अपनी ब्याज दर को स्थिर रखते हुए संकेत दिए जाने के बाद सूचकांक में तेजी से गिरावट आई, कि मुद्रास्फीति के खिलाफ अपनी लड़ाई में जरूरत पड़ने पर वह दरों में फिर से बढ़ोतरी कर सकता है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने बताया है कि, फेड के कठोर ठहराव संदेश ने वैश्विक इक्विटी बाजारों में जोखिम-प्रतिकूल भावना पैदा की है। वैश्विक कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों और उसके बाद अमेरिकी डॉलर की मजबूती का भी वित्तीय बाजारों पर असर पड़ा।
3 दिनों में बाजार में 2.2 प्रतिशत की गिरावट आई है
वहीं मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने बताया है कि, उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली के बीच पिछले 3 दिनों में बाजार में 2.2 प्रतिशत की गिरावट आई है। अनिश्चित वैश्विक संकेतों और FII की लगातार बिकवाली से निकट भविष्य में बाजार दबाव में रह सकता है। बाजार स्थिर होने तक कुछ समय के लिए रक्षात्मक क्षेत्रों को प्राथमिकता देना बेहतर होगा।
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