मई में टमाटर की कीमतें थोक बाजार में 3-5 रुपये किलो और खुदरा बाजार में 10-20 रुपये किलो थीं। लेकिन जून में यह अचानक बढ़ गई और अब 100 से लेकर 120 रुपये के पार है। पिछले हफ्ते में टमाटर की कीमतें तीन गुना बढ़ी हैं। हाल में बारिश से फसलों को नुकसान हुआ है। इससे व्यापारी तारों के भरोसे पौधों को खड़ा कर रहे हैं। दिल्ली के व्यापारी महाराष्ट्र के किसानों से टमाटर मंगाने के लिए बात कर रहे हैं।
महंगाई को लेकर राजनीति होने लगी है
देशभर में इस वक्त महंगाई ने जनता का हाल बेहाल कर रखा है। मंडी में सब्जियों के दाम आसमान छू रहे है। बढ़ती महंगाई ने आम आदमी के जीवन पर असर डालना शुरू कर दिया है। बढ़ती महंगाई को लेकर देश से लेकर राज्य तक राजनीति भी खूब देखने को मिल रही हैं। कांग्रेस केंद्र सरकार के खिलाफ महंगाई के खिलाफ मोर्चा खोले हुई है। सब्जी के बढ़ते दामों को लेकर कांग्रेस प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेगी।
महिला कांग्रेस ने किया राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन
आपको बता दें कि, राज्य की शिवराज सरकार के खिलाफ महिला कांग्रेस ने रोशनपुरा चौराहे पर प्रदर्शन किया है। इस वक्त बाजार में सब्जियां 80 से 100 रुपए किलो बिक रहीं है। बता दें कि,सब्जियों के दाम इसलिए बढ़े हुए है क्योंकि इस समय सब्जियों की सप्लाई मार्केट में कम होने के चलते दाम बढ़े हुए है। फसल खत्म होने के चलते सब्जियों का शॉर्टेज है जिसके चलते सब्जियों के दाम आसमान छू रहें है।
सब्जियों के दाम सुन लोगों के चेहरे लाल पड़ रहे हैं
इन दिनों बारिश के कारण टमाटर व अन्य सब्जियों के दाम सुन लोगों के चेहरे लाल पड़ रहे हैं। धनिया, मिर्च, अदरक, टमाटर, तोरई, लहसुन महंगा होने से सभी की रसोई का बजट बिगड़ गया। जहां महिलाएं एक हफ्ते पहले टमाटर एक किलो खरीद रही थी तो वहीं अब पावभर से काम चला रही हैं। टमाटर की कीमत 100-120 रु. प्रति किलोग्राम, लौकी 40-50 रु., मिर्च 130-150 रु., करेला 30-35 रु., तोरई 70-80 रु. भिंडी 70-80 रु. अदरक 220 रु. हैं।
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