आमतौर पर ठंड के मौसम में उत्तर भारत से आने वाली सर्द हवाएं ग्वालियर के रास्ते मध्य प्रदेश में प्रवेश करती हैं।
आमतौर पर ठंड के मौसम में उत्तर भारत से आने वाली सर्द हवाएं ग्वालियर के रास्ते मध्यप्रदेश में प्रवेश करती हैं। इसी कारण ग्वालियर-चंबल संभाग में सबसे पहले शीतलहर का असर देखने को मिलता है, जबकि भोपाल समेत अन्य शहरों में ठंड धीरे-धीरे बढ़ती है।लेकिन इस बार मौसम का मिजाज कुछ अलग नजर आ रहा है। ग्वालियर में अब तक रात के तापमान में अपेक्षित गिरावट दर्ज नहीं हुई है, जबकि राजगढ़, भोपाल और इंदौर में नवंबर के बाद दिसंबर में भी शीतलहर का प्रभाव बना हुआ है।
अब भी सक्रिय है प्रति-चक्रवात
नवंबर माह से राजस्थान में प्रति-चक्रवात की स्थिति बनी हुई है। इसके चलते उत्तर भारत से आने वाली सर्द हवाएं ग्वालियर पहुंचने से पहले ही मुड़कर मध्यप्रदेश में प्रवेश कर रही हैं। इसी वजह से प्रदेश का पश्चिमी क्षेत्र लगातार उत्तरी हिस्से से अधिक सर्द बना हुआ है।
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