लगातार चल रही सर्द हवाओं के चलते प्रदेश में ठंड का असर बना हुआ है। शुक्रवार को प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान 4.2 डिग्री सेल्सियस राजगढ़ में रिकॉर्ड किया गया
लगातार चल रही सर्द हवाओं के चलते प्रदेश में ठंड का असर बना हुआ है। शुक्रवार को प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान 4.2 डिग्री सेल्सियस राजगढ़ में रिकॉर्ड किया गया। प्रदेश के 29 शहरों में रात का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया।
29 शहरों में पारा 10 डिग्री से नीचे
सुबह के समय ग्वालियर में मध्यम स्तर का कोहरा देखने को मिला।भोपाल, रीवा, दतिया और सतना जिलों में हल्का कोहरा छाया रहा। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार फिलहाल मौसम के मिजाज में किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं है। शनिवार को भी ग्वालियर, चंबल, रीवा, सागर, जबलपुर और शहडोल संभाग के कुछ जिलों में मध्यम स्तर का कोहरा बना रह सकता है।मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार वर्तमान में उत्तर-पूर्व भारत के ऊपर 12.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर 232 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से जेट स्ट्रीम हवाएं सक्रिय हैं। वहीं अफगानिस्तान और उसके आसपास एक पश्चिमी विक्षोभ द्रोणिका के रूप में बना हुआ है। इसके अलावा 30 दिसंबर से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना है।
तापमान में हल्की बढ़ोतरी के आसार
पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से हवाओं की दिशा में आंशिक बदलाव हो सकता है, जिससे न्यूनतम तापमान में मामूली बढ़ोतरी संभव है। इसके बावजूद प्रदेश के अधिकांश शहरों में रात का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे ही बने रहने के संकेत हैं।
कुछ इलाकों में कोहरे का असर बढ़ेगा
पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से तापमान में खास बदलाव की संभावना नहीं है। हालांकि गुजरात में बने प्रति-चक्रवात के कारण मालवा क्षेत्र में हवाओं की दिशा में बदलाव आया है। इसी वजह से शुक्रवार को इंदौर समेत कुछ शहरों में रात के तापमान में हल्की बढ़ोतरी दर्ज की गई। हवाओं के साथ नमी बढ़ने से कुछ स्थानों पर कोहरे का प्रभाव और बढ़ सकता है। दिसंबर के अंत तक मौसम का मिजाज इसी तरह बना रहने की संभावना है।
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