Entertainment: हॉरर फिल्मों का दुनियाभर में बहुत बड़ा बाजार है। डर, दहशत और खौफ जैसे शब्दों में मनोरंजन ढूंढने वालों की लिस्ट में हॉरर फिल्में सबसे ऊपर रहती हैं। फिल्ममेकिंग में भी यह एक सफल और लोकप्रिय जॉनर माना जाता है और दुनिया की हर फिल्म इंडस्ट्री एक से बढ़कर एक डरावनी फिल्में बनाती रहती है।
फिल्म की लोकप्रियता बढ़ाने के लिए रखा इनाम?
कुछ फिल्में तो ऐसी आयी हैं, जिन्हें अकेले देखना बेहद मुश्किल होता है। डर के इसी एहसास को भुनाने के लिए अक्सर इन फिल्मों को देखने के लिए इनाम का एलान भी किया जाता रहा है, जो लोकप्रियता बढ़ाने में मदद करता है।
'द बूगीमैन' फिल्म को अकेले देखने का चैलेंज
हॉलीवुड की हॉरर फिल्म द बूगीमैन 2 जून को सिनेमाघरों में आ रही है। इस फिल्म के प्रचार के लिए मल्टीप्लेक्स चैन पीवीआर सिनेमाज ने एक अनोखे कॉन्टेस्ट Dare To Watch Alone का एलान किया है। इसके तहत कॉन्टेस्ट में भाग लेने वाले को आधी रात को यह फिल्म अकेले देने की चुनौती दी गयी है और जीतने वाले को इनाम की घोषणा भी की गयी है।
PVR सिनेमाज ने ट्वीटर पर शेयर की जानकारी
पीवीआर सिनेमाज के ट्विटर हैंडल से जारी की गयी जानकारी के मुताबिक, दर्शकों को इस ट्वीट के कमेंट में लिखकर बताना है कि वो द बूगीमैन को अकेले क्यों देखना चाहते हैं? इसके जवाब के आधार पर उस विजेता का चुनाव किया जाएगा, जो सिनेमाहॉल में फिल्म अकेले देखेगा। हालांकि, कुछ शर्तें भी हैं, जिनका पालन करना होगा। फिल्म सफलतापूर्वक देखने वाले को पांच हजार रुपये का वाउचर दिया जाएगा। कॉन्टेस्ट में भाग लेने के लिए पीवीआर सिनेमाज के ट्विटर हैंडल पर दी गयी शर्तें जरूर पढ़ लें।
1973 में आई शॉर्ट स्टोरी पर आधारित है फिल्म
सुपरनेचुरल हॉरर फिल्म द बूगीमैन का निर्देशन रॉब सैवेज ने किया है। फिल्म में सोफी थैचर, क्रिस मेसिना, विवियन लायरा ब्लेयर और डेविड डैस्टमैल्कियन ने प्रमुख किरदार निभाये हैं। फिल्म की अवधि लगभग 99 मिनट है। यह 1973 में आयी स्टीफन किंग की शॉर्ट स्टोरी पर आधारित है।
भारत में फिल्म फूंक 2 पर रखा गया था इनाम
2010 में राम गोपाल वर्मा ने अपनी फिल्म फूंक 2 को लेकर बड़े इनाम का एलान किया था, जिसकी गूंज अमेरिका तक सुनायी दी थी। रायटर्स ने यह खबर छापी थी कि एक भारतीय फिल्ममेकर ने अपनी फिल्म अकेले देखने पर 10 हजार डॉलर इनाम का एलान किया है। भारत में यह रकम 5 लाख रुपये थी। इस चैलेंज को स्वीकार करने वाले दर्शक को कैमरे और हार्ट मॉनिटर की निगरानी में फिल्म देखनी थी, जिससे तय हो सके कि पूरी फिल्म के दौरान उसने आंखें बंद नहीं की हैं। रामू ने फूंक की रिलीज के समय भी ऐसा ही चैलेंज पेश किया था। फिल्म का निर्देशन मिलिंद गडगकर ने किया था।
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