Health Tip : मुनगा की सब्जी को लोग बड़ी ही चाव से खाते हैं। इसकी पत्तियां भी बहुत ही पौष्टिक होती है। अब तो इसकी पत्तियों की दवा भी बाजार में उपलब्ध है। मुनगा को कई नामों से जाना जाता है, जैसे- सहजन, सहन,मोरिंगा,सूरजने की फली आदि।
आपको बता दें कि, मुनगा के अगल-अलग हिस्सों में 300 से ज्यादा रोगों के रोकथाम के गुण हैं। इसमें 92 प्रकार के मल्टीविटामिन्स, 46 तरह के एंटी ऑक्सीड़ेट गुण, 36 प्रकार के दर्द निवारक और 18 प्रकार के एमिनो एसिड मिलते हैं।
कई बीमारियों में सहायक
मुनगा की फली के अचार और चटनी कई बीमारियों से मुक्ति दिलाने में सहायक होते हैं। मुनगा की पत्तियां कई बीमारियों के खतरे को दूर करने में फायदेमंद होती है। मुनगा की पत्तियों में कैल्शियम और विटामिन की भरपूर मात्रा में होती है। आपको बता दें कि, 100 ग्राम मुनगा की पत्तियों में 5 ग्लास दूध के बराबर कैल्शियम होता है।
विटामिन ई
मुनगा की फली बहुत ही फायदेमंद होती है। फली में विटामिन ई होते है, यह प्रोटान का भी अच्छा स्त्रोत है। यह प्रोटीन मांसाहारी के बराबर ही होता है। क्योंकि, इसमें सभी आवश्यक एमिनों एसिड पाए जाते हैं।
स्कीन रोगों में उपयोग
मुनगा के बीजों का तेल एम्ने और ब्लैकहेड्स की समस्या में चेहरे पर लगाने से स्किन के लिये बहुत ही उपयोगी होता है। इसमें विटामिनों, एंटी ओक्सिडेंट गुणों से भरपूर यह तेल चेहरे की झुरियों और महीन लकीरें दूर करता है।
बीजों से होता पानी साफ
मुनगा के बीज का उपयोग पानी साफ करने में भी कारगार है, जिसका सर्दियों में प्रयोग होता है। मुनगा के बीजों को कूटकर पानी में मिलाने से हानिकारक शैवाल और प्रदूषक तत्व अलग हो जाते हैं।
मोटापा-वजन कम करने में सहायक
मुनगा की पत्तियों का उपयोग मोटापा कम करने के लिए किया जाता है, इसमें मौजूद एंटी-ओबीसिटी गुण मौजूद होते है, जिससे मोटापे या वजन की परेशान से लड़ने में मदद मिल सकती है।
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Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की IND24 पुष्टि नहीं करता है। इनको केवल सुझाव के रूप में लें। इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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