हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरुल्लाह को गुप्त जगह दफनाने की खबर सामने आई है। सूत्रों के अनुसार, ईरान को आशंका थी कि बड़े जनाजे में इजरायल भीड़ पर बड़ा हमला कर सकता था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, नसरुल्लाह का शब बरामद किया तो उसके शरीर पर किसी तरह के निशान नहीं थे।
यह जानकारी भी सामने आई है कि इजरायल द्वारा हुए हमलों के बाद नसरुल्लाह की मौत दम घुटने से हुई। आज नसरुल्लाह को सुपुर्दे खाक किया गया। नसरुल्लाह को दफनाने का पूरा कार्यक्रम बहुत ही गोपनीय रखा गया। उसको एक खुफिया जगह पर दफनाया गया है, ताकि इजराइल को उस जगह का पता ना चल सके।
वहीं ईरान के सुप्रीम नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने शुक्रवार को तेहरान की ग्रैंड मस्जिद में नमाज पढ़ाई। इस दौरान उन्होंने दुनियाभर के मुसलमानों से एकजुट होने और कुरान के अनुसार चलने की अपील की। खामेनेई ने कहा कि अगर मुसलमान अल्लाह के बताए रास्ते पर चलेंगे, तो वे सफल होंगे।
उन्होंने इजरायल का भी जिक्र किया और कहा कि ईरान ने उसे जवाब दिया है, और आगे भी देगा। यह संबोधन खास था क्योंकि वह लगभग पांच साल बाद इस मस्जिद में नमाज पढ़ाने आए थे। उन्होंने कहा कि इस्लाम के दुश्मन चाहते हैं कि मुसलमान एक न हों और उन्हें कमजोर करके फायदा उठाएं। ये दुश्मन फिलिस्तीन, यमन और लेबनान के मुसलमानों के खिलाफ हैं।
हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरुल्लाह को गुप्त जगह दफनाने की खबर सामने आई है। सूत्रों के अनुसार, ईरान को आशंका थी कि बड़े जनाजे में इजरायल भीड़ पर बड़ा हमला कर सकता था।रिपोर्ट्स के मुताबिक, नसरुल्लाह का शब बरामद किया तो उसके शरीर पर किसी तरह के निशान नहीं थे।
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