Washington: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव चल रहा है। अगले कुछ दिन में रिजल्ट भी आ जाएगा और दुनिया की इस सबसे बड़ी महाशक्ति को अपना नया मुखिया मिल जाएगा। आप यह तो जानते हैं कि हर चुनाव में कैंडिडेट जमकर पैसे खर्च करते हैं। भारत में भी आपने लोक सभा और विधान सभा चुनाव में प्रत्याशियों को पानी की तरह पैसे बहाते देखा होगा। ऐसे में यह सवाल जरूर आपके मन में उठता होगा कि आखिर दुनिया के सबसे अमीर देश में होने वाले चुनाव कितना पैसा खर्च होता होगा और यह पैसा आखिर आता कहां से है। तो चलिए इन सभी सवालों के जवाब जानते हैं, साथ ही यह भी जानते है कि इसी साल समाप्त हुए भारत के लोकसभा चुनाव में कितना पैसा खर्च हुआ था। आप दोनों आंकड़े देखकर यह आसानी से समझ जाएंगे कि भारत का लोकसभा चुनाव ज्यादा महंगा होता है या फिर अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव पर होने वाला खर्चा ज्यादा है।
जानें ट्रंप और कमला हैरिस ने कितने पैसे किए खर्च
इस बार का राष्ट्रपति चुनाव डेमोक्रेडिट कैंडिडेट कमला हैरिस और रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के बीच लड़ा जा रहा है। दोनों ही नेताओं ने अपने चुनावी अभियान पर जमकर पैसा बहाया। अमेरिकी एनालिटिकल कंपनी AdImpact का कहना है कि 16 अक्टूबर, 2024 तक कमला हैरिस ने 1.05 अरब डॉलर (करीब 8,800 करोड़ रुपये) जुटाए जिसमें में से 88.3 करोड़ डॉलर खर्च कर दिए। वहीं, ट्रंप ने 56.5 करोड़ डॉलर (करीब 4,746 करोड़ रुपये) जुटाए जिसमें से लगभग सभी पैसे खर्च दिए हैं।
इतना है दोनों का अब तक का कुल खर्च
इस बार के चुनाव में कमला हैरिस ने विज्ञापन और कैंम्पेन पर 1.1 अरब डॉलर खर्च करने का प्लान बताया है तो ट्रंप भी करीब 70 करोड़ डॉलर खर्च कर चुके हैं। दोनों का कुल खर्च देखा जाए तो 2.1 अरब डॉलर (करीब 17.6 हजार करोड़ रुपये) हो जाएगा। यह रकम तो सिर्फ दो उम्मीदवारों के चुनावी अभियान पर खर्च हो रही है। कमला हैरिस के खर्च को आप ऐसे समझ सकते हैं कि उन्होंने 30 अक्टूबर को 5.80 लाख वर्गफुट का एक इमेज प्रोजेक्शन विज्ञापन दिया था, जिसका रेट 4.5 लाख डॉलर (करीब 3.78 करोड़ रुपये) रोजाना है. यह अब तक का सबसे महंगा विज्ञापन रहा।
अमेरिका का चुनाव कैसे बना दुनिया का सबसे महंगा चुनाव
अमेरिकी चुनाव आयोग फेडरल इलेक्शन कमेटी का कहना है कि दोनों ही राजनीतिक दलों ने जनवरी, 2023 से अब तक 13.5 अरब डॉलर (1.13 लाख करोड़ रुपये) का फंड जुटाया है। अमेरिकी एनालिसिस कंपनी OpenSecrets ने पिछले दिनों अनुमान लागया था कि इस बार के राष्ट्रपति चुनाव पर करीब 16 अरब डॉलर (1.34 लाख करोड़ रुपये) का खर्चा आएगा, जो इसे दुनिया का सबसे महंगा चुनाव बनाता है।
कहां से आया चुनावी खर्च का पैसा
अमेरिकी चुनाव में खर्च के लिए इस बार ट्रंप को एलन मस्क, टिमोथी मेलन, मिरियम एडल्सन और रिचर्ड यूलेन जैसे अरबपतियों का साथ मिला, जिन्होंने 39.5 करोड़ डॉलर (करीब 3,318 करोड़ रुपये) का डोनेशन दिया। इसी तरह, कमला हैरिस को भी बिल गेट्स जैसे अरबपतियों का साथ मिला जिन्होंने करीब 70 करोड़ डॉलर का अनुदान दिया है। इसके अलावा अमेरिकी नागरिक भी सीधे तौर पर 3,300 डॉलर का डोनेशन अपने पसंदीदा कैंडिडेट को दे सकते हैं। इस विकल्प से भी करोड़ों डॉलर का फंड जुटाया गया है।
भारत में कितना हुआ था खर्चा
भारत के लोकसभा चुनाव पर भी इस साल रिकॉर्ड पैसे खर्च हुए हैं। सेंटर फॉर मीडिया स्टडीज का कहना है कि 2024 में समाप्त हुए लोकसभा चुनाव पर करीब 1 लाख करोड़ रुपये खर्च हुए थे। इससे पहले यानी 2019 में हुए चुनाव पर करीब 50 हजार करोड़ रुपये खर्च हुए। इस बार हर मतदाता पर आने वाला खर्च भी करीब 46 रुपये रहा था। आपको जानकर हैरानी होगी कि 1951 में हुए पहले चुनाव में प्रति वोटर खर्च सिर्फ 6 पैसे का आया था और पूरा चुनाव 10 करोड़ में हो गया था।
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