अमेरिका में इस वक्त राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व वाला मंत्री परिषद घिरा हुआ है। वजह है एक सोशल मैसेजिंग एप के जरिए ऐसे संदेशों का आदान-प्रदान, जिससे 15 मार्च को अमेरिका के यमन पर हमले के अभियान ही नहीं, बल्कि उसके सैनिकों पर भी खतरा पैदा हो सकता था। एक तरफ जहां विशेषज्ञों का साफ कहना है कि एक कमर्शियल प्लेटफॉर्म पर इस तरह की संवेदनशील सरकारी योजना की चर्चा बेहद गैरजिम्मेदाराना कदम था। वहीं, ट्रंप के मंत्रियों का साफ कहना है कि उन्हें अपनी गलती का अहसास है, लेकिन ग्रुप पर जो भी बातचीत हुई, उसमें कुछ भी गुप्त नहीं था।
यमन पर हमले से जुड़ी योजना के लीक होने का पूरा मामला क्या है? इसमें ट्रंप सरकार के अफसर क्यों घिर गए? चैट्स को लेकर जो खुलासे हुए हैं, क्या उनसे अमेरिका में कोई नियम टूटा है?
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