संसद का शीतकालीन सत्र इस साल 1 दिसंबर से 19 दिसंबर तक चलेगा। कुल 19 दिन के सत्र में 15 बैठकें आयोजित की जाएंगी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सत्र के शेड्यूल को मंजूरी दे दी है।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के परिणामों का असर संसद सत्र पर भी देखने को मिल सकता है। विपक्ष इस दौरान सरकार को घेरने की रणनीति बना रहा है। खासकर मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण अभियान (SIR) को लेकर विरोध की आवाज़ें तेज़ हो सकती हैं।
सरकार इस सत्र में कई महत्वपूर्ण बिल पारित कराने का प्रयास करेगी. इनमें संविधान के 129वें और 130वें संशोधन बिल, जन विश्वास बिल, और इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी बिल जैसे बड़े विधेयक शामिल हैं. इन विधेयकों के पारित होने से देश के कानून और प्रशासन में सुधार की उम्मीद की जा रही है.
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