


रूस के सुदूर पूर्वी क्षेत्र कामचटका में मंगलवार रात 11:24 बजे (GMT) 8.7 तीव्रता का भूकंप आया। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार, भूकंप का केंद्र पेत्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की शहर से 125 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में, अवाचा खाड़ी के पास 19.3 किलोमीटर की गहराई पर था। इससे सतह पर जोरदार झटके महसूस किए गए। हालांकि USGS ने पहले भूकंप की तीव्रता 8.0 बताई थी, लेकिन बाद में नए आंकड़ों के अनुसार इसे 8.7 कर दिया गया। इस शक्तिशाली भूकंप के बाद प्रशांत महासागर के कई हिस्सों में सुनामी की चेतावनी जारी की गई है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “प्रशांत महासागर में आए भीषण भूकंप के कारण हवाई में सुनामी की चेतावनी दी गई है। अलास्का और अमेरिका के प्रशांत तटीय क्षेत्रों पर निगरानी जारी है। जापान भी खतरे में है।” उन्होंने लोगों से tsunami.gov पर जाकर अपडेट लेने और सतर्क रहने की अपील की।
USGS का कहना है कि भूकंप के तीन घंटे के भीतर रूस और जापान के तटीय इलाकों में विनाशकारी सुनामी लहरें पहुंच सकती हैं। इसलिए लोगों से ऊंचे स्थानों पर जाने और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है। कामचटका क्षेत्र में कई इमारतों में दरारें पड़ने और फर्नीचर हिलने के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। कुछ इलाकों में इमारतों और आधारभूत ढांचे को नुकसान पहुंचा है। हालांकि, नुकसान का पूरा आकलन अभी नहीं हो पाया है। लोगों में दशहत का माहौल है और कई परिवार अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर रवाना हो गए हैं। रूस और उसके पड़ोसी देशों में आपातकालीन सेवाएं हाई अलर्ट पर हैं और भूकंप के बाद आने वाले झटकों की भी आशंका जताई जा रही है।
कामचटका क्षेत्र भूकंपीय गतिविधियों के लिए जाना जाता है क्योंकि यह “प्रशांत रिंग ऑफ फायर” पर स्थित है। यह वह इलाका है जहां टेक्टोनिक प्लेटों की हलचल के कारण अक्सर भूकंप और ज्वालामुखी विस्फोट होते रहते हैं। फिलहाल स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है और लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने, सिर्फ आधिकारिक और भरोसेमंद स्रोतों से ही जानकारी लेने की अपील की गई है।