


स्वच्छता में इंदौर लगातार सात बार अव्वल रहा, अब आठवीं बार रैंकिंग से ऊपर हो गया है। गुरुवार को राष्ट्रपति के हाथों ये अवॉर्ड इंदौर नगर निगम को सौंपा जाएगा। मंगलवार शाम को ही इंदौर से बतौर प्रतिनिधि निगमायुक्त शिवम वर्मा, अपर आयुक्त अभिलाष मिश्रा सहित अन्य अफसर दिल्ली पहुंच गए। बुधवार को अवॉर्ड के लिए रिहर्सल की जाएगी।
मालूम हो, स्वच्छ सुपर लीग में शामिल होने के कारण अब इंदौर की जिम्मेदारी और भी बढ़ गई है। इस कैटेगरी में शामिल शहरों की जिम्मेदारी है कि वह अपने प्रदेश के किसी शहर को प्रशिक्षित करेगा। हालांकि, इंदौर यह काम तो पहले से ही करता आ रहा है। कई वर्षों से इंदौर बुधनी को प्रशिक्षित कर रहा है। हालांकि, इंदौर अब प्रदेश ही नहीं देश के कई शहरों को स्वच्छता की शिक्षा दे रहा है।
अलग से क्यों बनाई ‘स्वच्छ सुपर लीग’ कैटेगरी
स्वच्छ सुपर लीग के सर्वे में इस बार उन शहरों को मुकाबले से अलग रखा गया था, जो हर बार टॉप थ्री में आ रहे थे। इसमें इंदौर सबसे पहले नंबर पर था। ऐसा इसलिए किया क्योंकि लगातार टॉप थ्री में जगह रखने वाले इन शहरों के कारण दूसरे शहरों की सर्वेक्षण में भाग लेने में दिलचस्पी कम हो रही थी। इंदौर सहित अन्य अव्वल आने वाले शहर भी वॉक ओवर देने के मूड में नहीं थे। इसलिए विभागीय मंत्री मनोहरलाल खट्टर ने अलग कैटेगरी में सर्वे डिजाइन करवाए थे। इस सर्वे (स्वच्छ सुपर लीग) में भी इंदौर ने बाजी मारी है। गुरुवार को इसकी औपचारिक घोषणा करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इंदौर शहर के प्रतिनिधियों को अवॉर्ड देंगी।