


पहाड़ी राज्यों उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में कुदरत अपना रौद्र रूप दिखा रहा है। देहरादून से बद्रीनाथ और केदारनाथ तक कई जगहों पर लगातार भूस्खलन हो रहा है। लगातार बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं। गांवों को जोड़ने वाली कई सड़कें कट गई हैं। केदारनाथ के पास से निकलने वाली मंदाकिनी और बद्रीनाथ के पीछे से आने वाली अलकनंदा का वेग कुछ ऐसा है कि कंपकंपी छूट रही है।
अलकनंदा-मंदाकिनी के संगम में दिखा रौद्ररूप
अलकनंदा रुद्रप्रयाग में दोनों नदियों के संगम पर अफनती हुई आगे बढ़ रही है। संगम पर 12 फीट की शिव मूर्ति का अद्भुत नजारा दिख रहा है। ऐसे लग रहा है मानों अलकनंदा शिव की जटाओं को छू रही हो। उससे निकल रही हो। घाट पर नारद शिला भी पूरी तरह से पानी में समाई हुई है।
उत्तराखंड में रेड अलर्ट
उत्तराखंड में मौसम का कहर लगातार तीसरे दिन भी जारी है । मौसम विभाग ने देहरादून, उत्तरकाशी, टिहरी, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, हरिद्वार, नैनीताल, चंपावत और उधम सिंह नगर सहित कुल 9 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है। तेज बारिश और भूस्खलन के खतरे को देखते हुए चारधाम यात्रा को फिलहाल एक दिन के लिए स्थगित कर दिया गया था, जिसे बहाल कर दिया गया है।
सड़कें बंद, नदियां उफान पर
गंगोत्री और यमुनोत्री नेशनल हाईवे के कई हिस्सों में भारी भूस्खलन और मलबा गिरने से रास्ते पूरी तरह बंद हैं। गंगोत्री हाईवे नेताला, लालडांग और नलूणा में बंद है। बद्रीनाथ हाईवे सिरोबगड़ में देर रात से बंद है और दोनों ओर सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं। राज्य की प्रमुख नदियां गंगा और यमुना भी उफान पर हैं, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
9 मजदूर लापता, राहत कार्य जारी
उत्तरकाशी जिले के सिलाई बैंड क्षेत्र में भूस्खलन के कारण 9 मजदूरों के लापता होने की खबर है। जिला प्रशासन के अनुसार, SDRF, NDRF, राजस्व विभाग, NH बड़कोटा, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की टीमें राहत और खोजबीन के कार्य में जुटी हुई हैं।
सीएम सुक्खू की अपील- सावधानी बरतें
हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि, सरकार स्थिति पर लगातार नजर रख रही है और सभी नागरिकों से स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील की है। सीएम ने कहा कि विद्यार्थियों और आम नागरिकों की सुरक्षा को देखते हुए स्कूल बंद करने का फैसला लिया गया है।