घुटनों का दर्द अक्सर सर्दियों के दिनों में बहुत ज्यादा परेशान करता है। ये समस्या महिलाओं को पुरुषों के मुकाबलें ज्यादा होती है और कई बार समस्या इतनी बढ़ जाती है कि डॉक्टर घुटनों की सर्जरी की सलाह दे देते हैं लेकिन सर्जरी तक नौबत ना पहुंचे इसलिए इसे पहले ही पकड़ कर कट्रोल करना जरूरी है। घुटनों में दर्द की समस्या गैप के चलते होती है। यह समस्या बहुत आम होती जा रही है, घुटनों के बीच गैप (Knee Gap) या जिसे साधारण भाषा में टांगों का सीधा न होना भी कहा जाता है।
घुटनों में गैप क्यों आता है?
घुटनों में गैप आने के बहुत सारे कारण हो सकते हैं। चलिए इसके कारणों के बारे में आपको विस्तार से बताते हैं।
विटामिन D और कैल्शियम की कमी: हड्डियों के विकास के लिए विटामिन D और कैल्शियम जरूरी हैं। इनकी कमी से हड्डियाँ कमजोर होकर टेढ़ी होने लगती हैं।
रिकेट्स बच्चों में यह बीमारी बहुत आम है, जिससे हड्डियाँ मुलायम होकर घुटनों का आकार बिगाड़ देती हैं। हड्डियां टेढ़ी और मुड़ी हुई नजर आती है।
गलत मुद्रा लंबे समय तक गलत तरीके से बैठना, खड़े रहना या चलना भी टांगों की बनावट पर असर डालता है।
मोटापा: अधिक वजन हड्डियों और घुटनों पर दबाव डालता है, जिससे गैप बढ़ता जाता है। ज्यादातर मामलों में महिलाओं को यहीं समस्या रहती है।
बुढ़ापा या हड्डियों का घिसना: उम्र बढ़ने पर हड्डियों के जोड़ों के बीच का cartilage घिसने लगता है, जिससे घुटनों का alignment बिगड़ सकता है।
घुटनों के गैप में देसी इलाज
मेथी दाना: रोज सुबह एक चम्मच मेथी दाना गुनगुने पानी से खाएं। इससे हड्डियों और जोड़ों में लचीलापन आता है।
अश्वगंधा और शतावरी चूर्ण: दूध के साथ लेने से हड्डियाँ मजबूत होती हैं और जोड़ों का दर्द घटता है।
सरसों या तिल के तेल की मालिश: रोजाना गर्म तेल से मालिश करने से रक्तसंचार बढ़ता है और जोड़ों की अकड़न कम होती है।
हल्दी दूध: हल्दी में करक्यूमिन होता है जो सूजन कम करता है और हड्डियों को मजबूत बनाता है।
अलसी के बीज: इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है जो जोड़ों की सूजन कम करता है और cartilage को सुरक्षित रखता है।