


लोहाघाट नगर की पहचान कही जाने वाली लोहावती नदी, जो वर्षों से गंदे नाले में तब्दील हो चुकी थी, अब जल्द ही साफ-सुथरी और अविरल बहेगी। जिलाधिकारी चंपावत मनीष कुमार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए संबंधित विभागों को लोहावती नदी की सफाई और पुनर्जीवन के लिए ठोस योजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
डीएम के निर्देश पर पालिका अध्यक्ष गोविंद वर्मा की अध्यक्षता और एसडीएम लोहाघाट नीतू डांगर के नेतृत्व में पालिका सभागार में एक संयुक्त बैठक का आयोजन किया गया। इसमें जल निगम, सिंचाई विभाग, नगर पालिका, जल संस्थान और राजस्व विभाग के अधिकारी शामिल रहे।
एसडीएम नीतू डांगर ने बताया कि गंदे नालों को टेप कर एक सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण देवराड़ी बैंड के पास किया जाएगा। यह प्लांट बनने के बाद न केवल लोहावती नदी स्वच्छ होगी, बल्कि नगरवासियों को भी साफ पेयजल मिलेगा। जल्द ही संयुक्त टीम द्वारा नदी का मैदानी निरीक्षण भी किया जाएगा।
पालिका अध्यक्ष गोविंद वर्मा ने जानकारी दी कि नगरवासियों की वर्षों पुरानी मांग को उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के समक्ष उठाया था। मुख्यमंत्री के निर्देश पर डीएम ने इस दिशा में कार्रवाई शुरू की है। उन्होंने बताया कि करीब ₹55 करोड़ की लागत से योजना को अमल में लाया जाएगा।
बहुप्रतीक्षित इस परियोजना की डीपीआर जल्द तैयार कर काम शुरू कर दिया जाएगा।