नाग पंचमी की पूजा विधि
स्नान और शुद्धिकरण: नाग पंचमी के दिन प्रातःकाल जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें। पूजा स्थल और घर को स्वच्छ और पवित्र करें।
पूजा स्थल को ऐसे करें तैयार: घर के पूजा स्थल को अच्छे से सजाएं। वहां पर नाग देवता की मूर्ति या चित्र स्थापित करें या फिर आप चांदी से बना नाग नागिन का जोड़ा भी रख सकते हैं।
पूजा सामग्री: पूजा के लिए दूध, चावल, चंदन, रोली, अक्षत, पुष्प, धूप, दीपक और नैवेद्य की व्यवस्था पहले ही कर लें।
नाग देवता का अभिषेक: नाग देवता की मूर्ति या फिर नाग-नागिन के जोड़े को दूध, पानी और गंगा जल से स्नान करवाएं।
पुष्पांजलि: नाग देवता की मूर्ति या तस्वीर पर चंदन का लेप करें और पुष्प उन्हें अर्पित करें।
धूप-दीप: इसके बाद धूप और दीपक जलाकर आपको नाग देवता की आरती करनी चाहिए। आरती के दौरान "ॐ नमः शिवाय" और "ॐ नागेंद्राय नमः" मंत्र का जाप करें।
नैवेद्य: नाग देवता को नैवेद्य अर्पित करें। विशेष रूप से दूध और लड्डू का भोग इस दिन आपको नाग देवता को लगाना चाहिए।
नाग पंचमी का पावन पर्व हमें नाग देवता की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करने का अवसर प्रदान करता है। अगर इस दिन आप सही विधि से नाग देवता की पूजा करें तो आपको जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
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