भारत में दिखेगा या नहीं?
भारत में साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण नहीं दिखाई देगा। ऐसे में इसके सूतक काल को भारत में नहीं माना जाएगा। यानी कि इस ग्रहण का देश दुनिया पर किसी भी प्रकार का धार्मिक और आध्यात्मिक असर नहीं पड़ने वाला है। ज्योतिष की मानें, तो इस दिन भारत में सामान्य दिनचर्या ही रहेगी, क्योंकि कहा जाता है कि ग्रहण का असर उस स्थान पर पड़ता है, जहां वो दिखाई देता है।सूर्य ग्रहण, 2024 का समय
8 अप्रैल, 2024 दिन सोमवार रात्रि 9 बजकर 12 मिनट पर ग्रहण लग जाएगा और इसका समापन रात्रि 2 बजकर 22 मिनट पर होगा। इस सूर्य ग्रहण का मध्य समय रात्रि 11 बजकर 47 मिनट पर होगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यह पूर्ण सूर्य ग्रहण माना जा रहा है। जानकारी के लिए बता दें कि सूर्य ग्रहण की अवधि 05 घंटे 10 मिनट की होगी।सूर्य ग्रहण के दौरान इन बातों का रखें ध्यान
किसी भी भगवान की तस्वीरों न छुएं।ग्रहण के दौरान भोजन न करें।
कोई भी नया काम शुरू न करें।
ग्रहण के बाद स्नान जरूर करें और विधि अनुसार पूजा करें।
खुली आंखों से ग्रहण न देखें, अगर देखना हो, तो एक्स रे की मदद ले सकते हैं।
घर को पर्दे से ढक दें, ताकि इसकी किरणें घर के अंदर न आ सकें।
इस दौरान गर्भवती महिलाएं घर से बाहर न निकलें।
गर्भवती महिलाएं पैनी वस्तु जैसे - कैंची, चाकू, ब्लेड आदि का प्रयोग न करें, इससे शिशु के अंग में विकार आ सकता है।
किसी भी वैदिक मंत्र या अपने आराध्य का मानसिक ध्यान करें।
ग्रहण से पहले खाने की चीजों में तुलसी पत्र डाल दें।
गर्भवती महिलाएं इस दौरान भगवान कृष्ण का ध्यान करें और अपने पास नारियल रखें।
गर्भवती महिलाएं, बीमार व्यक्ति व छोटे बच्चे भूख लगने पर खा सकते हैं, लेकिन ध्यान रहे उन चीजों में तुलसी पत्र पहले से डाला गया हो।
डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी'।
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