प्रणाम में बड़ी ताकत होती है। पहले लोग सुबह-सुबह उठकर घर के बड़े-बुजुर्गों को झुक कर प्रणाम करते थे, उनके चरण स्पर्श पर आशीर्वाद प्राप्त करते थे, विशेषकर महिलाएं, लेकिन आजकल यह प्रथा धीरे-धीरे लुप्त होती जा रही है और हम बुजुर्गों के आशीर्वादों से वंचित। वर्तमान में हमारे घरों में जो इतनी समस्याएं हैं, उनका मूल कारण यही है कि हम घर के बड़े-बुजुर्गों का आदर नहीं करते और जाने-अनजाने अक्सर घर के बड़ों की उपेक्षा हो जाती है। यदि घर के बच्चे और बहुएं प्रतिदिन घर के सभी बड़ों को प्रणाम कर उनका आशीर्वाद लें तो शायद किसी भी घर-परिवार में कभी कोई क्लेश ही न हो, दरअसल बड़ों के दिए हुए आशीर्वाद हमारे लिए कवच की तरह काम करते हैं और उनको दुनिया का कोई भी अस्त्र-शस्त्र नहीं भेद सकता।
प्रणाम में बड़ी ताकत होती है। पहले लोग सुबह-सुबह उठकर घर के बड़े-बुजुर्गों को झुक कर प्रणाम करते थे, उनके चरण स्पर्श पर आशीर्वाद प्राप्त करते थे, विशेषकर महिलाएं, लेकिन आजकल यह प्रथा धीरे-धीरे लुप्त होती जा रही है
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