24 फरवरी, शनिवार को माघ महीने की पूर्णिमा है। इस तिथि को पुराणों में कल्पवास की पूर्णता का पर्व माना गया है। इस पूर्णिमा पर गंगा स्नान करने का विधान है। इस दिन गंगा स्न्नान करके कल्पवासी अपनी एक माह की तपस्या करके घर लौटते हैं। जो एक माह तक वहां नहीं रुकते, वे इस एक दिन गंगा स्न्नान करके न केवल पूरे माह का बल्कि वर्षभर का पुण्य लाभ कमा लेते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दिन सभी देवी-देवता भी प्रयाग में गंगा में स्न्नान करके अपने लोक को लौट जाते हैं। पुराणों का कहना है इस पर्व पर किए गए शुभ कामों से अक्षय पुण्य मिलता है। इसके अलावा माघ पूर्णिमा के दिन संत रविदास जयंती भी मनाई जाती है। इस दिन वाग्देवी यानि सरस्वती के स्वरूप ललिता महाविद्या की जयंती भी है।
माघ माह की पूर्णिमा तिथि का प्रारम्भ 23 फरवरी को दोपहर 03 बजकर 33 मिनट पर हो रहा है। साथ ही पूर्णिमा तिथि का समापन 24 फरवरी को शाम 05 बजकर 59 मिटन पर होगा। इस प्रकार उदया तिथि के अनुसार माघ पूर्णिमा 24 फरवरी, शनिवार के दिन को मान्य होगी।
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