हिंदू पंचांग के मुताबिक, करवा चौथ का व्रत 1 नवंबर 2023 दिन बुधवार को रखा जाएगा। हिंदू धर्म में करवा चौथ का विशेष महत्व है। यह व्रत विवाहित महिलाओं के बड़े व्रतों में से एक है, जिसमें सुहागन अपने पति की लंबी उम्र और उत्तम स्वास्थ्य के लिए कठोर निर्जला व्रत रखती हैं। यह व्रत प्रातः सूर्योदय से प्रारंभ होता है जो रात में चंद्रमा पूजन के बाद पति के हाथों से खुलता है। इस बीच महिलाएं किसी भी प्रकार का जल, अन्न, फल ग्रहण नहीं करतीं। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, करवा चौथ के दिन सुहागिन महिलाएं सोलह श्रृंगार करके करवा माता की पूजा विधि-विधान से करती हैं। करवा चौथ पर सोलह श्रृंगार करने की परंपरा सदियों से चली आ रही है, लेकिन क्या आपको पता है आखिरकार महिलाएं सोलह श्रृंगार क्यों करती हैं। साथ ही सोलह श्रृंगार का क्या महत्व होता है। आइए हम विस्तार से आपको बताते हैं।
हिंदू पंचांग के मुताबिक, करवा चौथ का व्रत 1 नवंबर 2023 दिन बुधवार को रखा जाएगा। हिंदू धर्म में करवा चौथ का विशेष महत्व है। यह व्रत विवाहित महिलाओं के बड़े व्रतों में से एक है, जिसमें सुहागन अपने पति की लंबी उम्र और उत्तम स्वास्थ्य के लिए कठोर निर्जला व्रत रखती हैं।
Comments (0)