हिन्दू धर्म से जुड़े ऐसे तमाम मंदिर हैं जहां पर बहुत सी मान्यताएं हैं जिनमें अलग-अलग परम्पराओं के तहत दर्शन किए जाते हैं. ऐसा ही एक यूपी के हरदोई में भी माता मंदिर है जिसका पौराणिक काल से जुड़ाव है. हरदोई में सिद्ध शक्ति पीठ मां श्रवण देवी का स्थान अद्भुत शक्तियों से परिपूर्ण है. देवी पुराण के मुताबिक, माता का कान यहीं पर गिरा था. साथ ही इस मंदिर में विवाह से पहले व बाद में नवयुगल दर्शन के लिए आते हैं और माथा टेकते हैं.
जब माता सती ने अपने पति भगवान भोले नाथ का अपमान नहीं सह पाईं तो उन्होंने अपने पिता के द्वारा आयोजित करवाए गए हवन कुंड में ही प्राणों की आहुति दे दी. जिसके बाद भगवान शिव माता सती के शव को लेकर ब्रह्मांड में विचरण करने लगे और जहां जहां शिव के अश्रु गिरे वहां रुद्राक्ष उत्पन्न हुए. अब भगवान शिव का दुख के कारण व पत्नी को खो देने से रौद्र रूप धारण करने से सभी देवी देवता चिंतित हो गए तो भगवान विष्णु ने अपना चक्र छोड़ा ताकि माता सती के शव के टुकड़े हो जाएं और भगवान शिव का क्रोध कम हो जाए तो इसी दौरान चक्र से कट कर माता सती के जहां-जहां अंग गिरे वहां-वहां एक शक्तिपीठ बन गया. इसी तरह इस स्थान पर भी माता सती का कर्ण भाग गिरा था. इसी वजह से इस स्थान को श्रवण देवी माता मंदिर के नाम से प्रसिद्धि प्राप्त हुई.
मां श्रवण देवी का स्थान
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