दीपांजलि शिवहरे
सावन का पवित्र महीना आरंभ हो चुका है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार सावन का महीना साल का पांचवां महीना होता है। सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है। इस माह में भगवान शिव की विशेष रूप से पूजा-आराधना करने का विधान होता है। सावन का महीना भगवान भोले को सबसे ज्यादा प्रिय होता है। ऐसी मान्यता है कि इस माह जो भी भक्त शिव उपासना करता है। उसकी सभी तरह की मनोकामनाएं अवश्य ही पूरी होती हैं। श्रावण माह में बेलपत्र, भांग और धतूरा से पूजा करना और जल चढ़ाना बहुत ही फलदायी और शुभ होता है।
सावन सोमवार का व्रत रख कर विधिवत रूप से भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-आराधना की जाती है। आइए आपको बताते है आज के दिन की पूजा विधि। सावन के महीने में रोजाना पूजा करना चाहिए। शिव जी को प्रसन्न करने के लिए यह महीना सर्वश्रेष्ठ माना गया है। साथ ही शिवलिंग का अभिषेक करना बहुत लाभ देता है। सावन सोमवार के सुबह जल्दी स्नान करके साफ कपड़े पहनें. इसके बाद घर के मंदिर में या शिव मंदिर जाकर भगवान शिव के सामने गाय के घी का दीपक जलाएं। दूध और गंगाजल से शिवलिंग का अभिषेक करें। भोलेनाथ को बेलपत्र, पंचामृत, फल, फूल अर्पित करें। आखिर में आरती करें। पूरे विधि-विधान से रुद्राभिषेक करना चाहिए।
अब हम आपको बताते है सावन सोमवार के वर्त के महत्व के बारे में-
- सावन सोमवार के दिन पानी में दूध व काला तिल डालकर शिवलिंग का अभिषेक करें।
- सावन सोमवार का व्रत रखते हुए इस दिन 21 बिल्वपत्रों पर चंदन से ऊं नम: शिवाय लिखकर शिवलिंग पर चढ़ाएं, इससे आपकी सभी मनोकामनाएं भोलेनाथ पूर्ण करेंगे।
- यदि आपके विवाह में अड़चन आ रही है तो सावन सोमवार के दिन में रोज शिवलिंग पर केसर मिला हुआ दूध चढ़ाएं,इससे जल्दी ही आपके विवाह के योग बन सकते हैं
- सावन में रोज नंदी को हरा चारा खिलाएं, इससे कष्टों का निवारण होगा, जीवन में सुख-समृद्धि आएगी और मन प्रसन्न रहेगा।
- श्रावण में गरीबों को भोजन कराएं, इससे आपके घर में कभी अन्न की कमी नहीं होगी तथा पितरों की आत्मा को शांति मिलेगी।
- सावन सोमवार के दिन पूजा करते समय मंदिर में कुछ देर बैठकर मन ही मन में ऊं नम: शिवाय मंत्र का जाप करें।
शिव पूजा सामग्री कुछ इस प्रकार हैं।
पुष्प, पंच फल पंच मेवा, रत्न, सोना, चांदी, दक्षिणा, पूजा के बर्तन, कुशासन, दही, शुद्ध देशी घी, शहद, गंगा जल, पवित्र जल, पंच रस, इत्र, गंध रोली, मौली जनेऊ, पंच मिष्ठान्न, बिल्वपत्र, धतूरा,
भांग, बेर, आम्र मंजरी, जौ की बालें, तुलसी दल, मंदार पुष्प, गाय का कच्चा दूध, ईख का रस, कपूर, धूप, दीप, रूई, मलयागिरी, चंदन, शिव व मां पार्वती की श्रृंगार की सामग्री आदि का उरयोग
करें।
ये भी पढ़े- भगवान श्री गणेश जी की मूर्ती को लेकर कुछ खास बातों को रखे विशेष ध्यान
इस साल सावन का पवित्र महीना 29 दिनों तक चलेगा। जिसमें चार सोमवार व्रत पड़ेंगे। इन चार सोमवार में व्रत रखते हुए विशेष रूप से भगवान शिव की पूजा की जाएगी। सावन का पहला सोमवार यानी आज हैं। सावन का दूसरा सोमवार 25 जुलाई को, तीसरा सावन सोमवार 01 अगस्त को पड़ेगा और अंतिम सावन सोमवार 08 अगस्त को पड़ेगा। भगवान शिव की पूजा सावन सोमवार के दिन करने पर मनुष्य की कुंडली में अशुभ ग्रहों का प्रभाव कम होगा और भोलेनाथ की विशेष कृपा हमेशा बनी रहेगी। आप सभी को IND 24 की तरफ से सावन सोमवार की
शुभकमनाएं।
Comments (0)