भारत और इंग्लैंड के बीच धर्मशाला के मैदान पर 5 टेस्ट मैचों की सीरीज का आखिरी मुकाबला खेला जा रहा है, जिसके पहले दिन का खेल पूरी तरह से भारतीय टीम के नाम रहा। भारत के गेंदबाजों की घातक गेंदबाजी के सामने इंग्लैंड के बल्लेबाज बेबस नजर आए। इंग्लैंड ने पहली पारी में 218 रन बनाए। पहले दिन का खेल खत्म होने तक भारत एक विकेट के नुकसान पर 135 रन बना लिए थे।
धर्मशाला में कुलदीप की स्पिन का जादू देखने को मिला
भारत की तरफ से कुलदीप यादव की स्पिन का जादू देखने को मिला जिन्होंने 15 ओवरों की अपनी गेंदबाजी में 72 रन देने के साथ 5 विकेट हासिल किए। कुलदीप की स्पिन के आगे इंग्लिश बल्लेबाज पूरी तरह से घुटने टेकते हुए दिखाई दिए। वहीं कुदलीप ने अपने इस शानदार प्रदर्शन को लेकर कहा कि उनका ध्यान इस पिच पर गेंद को स्पिन कराने पर अधिक था। इसके साथ ही आर अश्विन ने अपने 100 टेस्ट मैच की पहली पारी में 4 खिलाड़ियों को अपना शिकार बनाया तो वहीं रविंद्र जडेजा ने भी एक विकेट लिया।
मुझे कंड़ीशन से अधिक फर्क नहीं पड़ता
भारतीय गेंदबाज कुलदीप यादव ने कहा कि, मुझे कंड़ीशन से अधिक फर्क नहीं पड़ता। मैं अपनी स्किल्स और लेंथ पर अधिक ध्यान देता हूं। अगर आप नियमित तौर पर खेलते हो तो आप अधिक आत्मविश्वास से गेंदबाजी करते हो। मेरा डेब्यू यहां हुआ था और मुझे यहां के हालात के बारे में काफी बेहतर तरीके से पता था। यहां की पिच बल्लेबाजी के लिए काफी अच्छी है और इसी कारण मैंने गेंद को अधिक स्पिन कराने पर ध्यान दिया। उन्होंने आगे कहा कि, जैक क्राउली ने इस पूरी सीरीज में काफी बेहतरीन खेल दिखाया है और उनका विकेट हासिल करने के लिए मुझे सही जगह पर गेंद फेंकनी थी और मैं उस तरह से करने में सफल रहा जिसकी मुझे काफी खुशी भी है।
मैंने अपनी फिटनेस पर काफी काम किया
वहीं अपनी वापसी को लेकर भी कुलदीप यादव ने बताया कि, मैंने पिछले 18 महीनों में अपनी फिटनेस पर काफी काम किया है, जिसकी वजह से मैं लंबे स्पैल डाल पा रहा हूं। राजकोट की पहली पारी में 12 ओवर और दूसरी पारी में मैंने 14 ओवरों की गेंदबाजी की थी। बता दें कि, कुलदीप ने अपने इस शानदार प्रदर्शन के दम पर टेस्ट क्रिकेट में 50 विकटों का आंकड़ा भी पार कर लिया है। दरअसल , साल 2021 सितंबर महीने में कुलदीप यादव के घुटने की सर्जरी हुई थी और उसके बाद वह लंबे समय के लिए मैदान से बाहर हो गए थे।
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