चंपावत जिले में जल जीवन मिशन योजना पूरी तरह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी है लोहाघाट के कोली ढेक ग्राम सभा के देवखुरा तोक की अनुसूचित बस्ती में लंबे समय से पेयजल के लिए हाहाकार मचा हुआ महिलाएं 2 किलोमीटर दूर कोली झील से पानी ढोकर अपनी दिनचर्या चला रही हैं जब प्रशासन के द्वारा महिलाओं की सुध नहीं ली गई तो रेखा देवी के नेतृत्व में आक्रोशित महिलाओं ने एसडीएम कार्यालय लोहाघाट में प्रशासन व जल निगम के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया
आंदोलन की चेतावनी
रेखा देवी के नेतृत्व में आक्रोशित महिलाओं ने पेयजल उपलब्ध कराने की मांग करते हुए एसडीएम लोहाघाट को ज्ञापन दिया व अन्य महिलाओं ने बताया उनके घरों में जल निगम के द्वारा 3 साल पूर्व जल जीवन मिशन के तहत पाइप लगा दिए गए लेकिन उन पाइपों में आज तक पानी की बूंद नहीं टपकी अधिकारियों से शिकायत करने पर बार-बार आश्वासन दिया जाता रहा।
महिलाओं ने कहा डेड़ माह पूर्व उनके द्वारा एसडीएम लोहाघाट से समस्या के समाधान की मांग करते हुए ज्ञापन दिया गया था पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया रेखा देवी ने बताया लोहाघाट विधायक के द्वारा गांव में हुई बैठक में जल निगम के अधिकारियों को ग्रामीणों को पेयजल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए लेकिन जल निगम के अधिकारियों के द्वारा विधायक के निर्देशों का भी पालन नहीं किया गया।
महिलाओं ने कहा पुरानी योजना से चार दिन में उन्हें मुश्किल से दो बाल्टी पानी मिलता है उनका व उनके बच्चों का अधिकतर समय पानी ढोने में बीतता है यहां तक कि उनके मवेशियों को भी कई कई दिनों तक प्यासा रहना पड़ता है महिलाओं ने चेतावनी देते हुए कहा अगर उन्हें पेयजल उपलब्ध नहीं कराया गया तो वह डीएम कार्यालय चंपावत में धरना देंगे तथा विभाग द्वारा लगाए गए पाइपों को उखाड़ कर जल निगम कार्यालय में जमा कर देंगे।
महिलाओं ने कहा अनुसूचित जाति के होने के कारण कोई भी अधिकारी उनकी बात तक नहीं सुन रहा है उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है महिलाओं ने डीएम चंपावत से समस्या के समाधान की मांग की है कुल मिलाकर अधिकारियों के द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जन कल्याणकारी योजना जल जीवन मिशन में पलीता लगाने का काम किया जा रहा है जल निगम के अधिकारी किसी की सुनने तक को तैयार नहीं है*
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