चंपावत जिले में जल जीवन मिशन योजना में लगातार भ्रष्टाचार के मामले सामने आते जा रहे हैं। वहीं लोहाघाट की कोली ढेक ग्राम सभा के देवखुरा तोक के लिए बन रही जेजेएम योजना में भी भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य प्रतिनिधि गिरीश ढेक के नेतृत्व में देवखुरा तोक की अनुसूचित जाति की महिलाओं व ग्रामीणों ने एसडीएम कार्यालय लोहाघाट में पेयजल योजना में हुए भ्रष्टाचार की जांच करने तथा पेयजल उपलब्ध कराने की मांग करते हुए एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा।
ग्रामीणों ने लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
गिरीश ढेक व महिलाओं ने जल निगम के अधिकारियों पर ठेकेदार की मिली भगत से योजना में भ्रष्टाचार करने के गंभीर आरोप लगाया है ।उन्होंने बताया जल निगम ने 3 साल पहले पानी के नल घर-घर में लगाए जिनमें आज तक पानी की बूंद नहीं टपकी है। जलनिगम ने उनकी योजना से दूसरी ग्राम सभा को जोड़कर सरकारी धन का गवन किया गया है महिलाओं ने कहा पूर्व में दो बार उनके द्वारा एसडीम लोहाघाट को ज्ञापन दिया गया फिर भी कोई सुनवाई नहीं की गई ग्रामीण बूंद बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं।लेकिन प्रशासन व जल निगम के अधिकारी खामोश बैठे हुए हैं उन्होंने मुख्यमंत्री व डीएम चंपावत से योजना की तत्काल जांच ग्रामीणों की मौजूदगी में करने तथा भ्रष्टाचारियो पर कार्यवाही की मांग की है मांग पूरी न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। ग्रामीणों ने कहा झील के किनारे रहने के बावजूद भी बूंद बूंद पानी के लिए ग्रामीण तरसने को मजबूर है प्रधानमंत्री मोदी की जल जीवन मिशन योजना को जल निगम के अधिकारियों ने पूरी तरह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया गया है।
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