लोहाघाट महाविद्यालय में छात्रों की विभिन्न समस्याओं का लंबे समय से समाधान न होने से आक्रोशित छात्र नेताओं ने पूर्व उच्च शिक्षा निदेशक सी.डी. सूठा को महाविद्यालय में कैद कर दिया। यह घटना एबीवीपी के प्रदेश सह मंत्री विवेक पुजारी के नेतृत्व में हुई।
महाविद्यालय प्रशासन पर भ्रष्टाचार के आरोप
छात्र नेताओं ने महाविद्यालय प्रशासन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। उनका कहना है कि पूर्व उच्च शिक्षा निदेशक के कार्यकाल में महाविद्यालय में जमकर भ्रष्टाचार हुआ और सरकारी धन की बंदरबांट की गई। इसके अलावा, महाविद्यालय का लेजर रजिस्टर तक फाड़ दिया गया।
छात्रों की समस्याओं का समाधान
छात्र नेताओं ने कहा कि वर्ष 2020 से 2025 तक जिन छात्रों ने परीक्षा दी, उनमें से कई छात्र-छात्राओं के रिजल्ट नहीं आ पाए। इससे पंद्रह सौ से अधिक छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है। इसके अलावा, कई छात्र नौकरी पाने से वंचित हो चुके हैं।
लिखित आश्वासन और रिहाई
महाविद्यालय प्रशासन ने छात्र नेताओं को समझाते हुए पूर्व उच्च शिक्षा निदेशक को रिहा करने को कहा, लेकिन छात्र नेता समस्याओं के समाधान के लिखित आश्वासन पर अड़े रहे। अंत में, विद्यालय की प्राचार्य डॉक्टर संगीता गुप्ता ने छात्रों की समस्या का एक महीने में समाधान करने का लिखित आश्वासन दिया, जिसके बाद छात्र नेताओं ने पूर्व उच्च शिक्षा निदेशक को रिहा किया।
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