हरिद्वार में चाइनीज मांझे से पतंगबाजी का शौक बेजुबान पक्षियों की जान पर भी भारी पड़ रहा है। इस साल चाइनीज मांझे से घायल होने के 10 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। जिनमें वन विभाग की टीम ने घायल पक्षियों का रेस्क्यू कर उनकी जान बचाई है।
दुकानदारों पर मुकदमा दर्ज
चाइनीज मांझे से पतंगबाजी का शौक बेजुबान पक्षियों की जान के लिए खतरा बन रहा है हरिद्वार में चाइनीज मांझे का कहर लगातार बढ़ रहा है। इस साल चाइनीज मांझे से 10 से ज्यादा बेजुबान घायल हो गए है। इन पक्षियों में गिद्ध, बाज, कबूतर और बगुले जैसे पक्षियों के अलावा विदेशी पक्षी भी शामिल है। वन विभाग की ओर से कर्मचारियों को कहीं भी चाइनीज मांझा नजर आने पर उसे नष्ट करने के निर्देश दिए गए हैं। गौरतलब है कि प्रतिबंधित होने के बावजूद भी चाइनीस मांझे का लगातार इस्तेमाल हो रहा है। ज्वालापुर और कनखल क्षेत्र में चाइनीज मांझे पर पुलिस प्रशासन की ओर से कार्रवाई की गई है। जिसमें दो दुकानदारों पर मुकदमा दर्ज हुआ है साथ ही भारी मात्रा में स्टॉक को भी नष्ट किया गया है। हालांकि चाइनीज मांझे की बिक्री और उसका इस्तेमाल पूरी तरह बंद नहीं हो पाया है।
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