अमेरिकी विकास अर्थशास्त्री नोबेल पुरस्कार विजेता प्रो. माइकल रॉबर्ट क्रेमर भोपाल आए। मंत्रालय में उन्होंने मुख्य सचिव अनुराग जैन व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ प्रदेश की विकास पहलों को और अधिक प्रभावी बनाने और साक्ष्य-आधारित विकास रणनीतियों पर चर्चा की। स्वास्थ्य, कृषि, शिक्षा और जल क्षेत्रों को और अधिक मज़बूत बनाने पर विचार-विमर्श किया। बैठक में प्रो. माइकल रॉबर्ट क्रेमर ने बच्चों की सेहत से संबंधित अहम तथ्य बताया। उन्होंने कहा कि 'हर घर जल' कार्यक्रम, खासतौर पर बच्चों के स्वास्थ्य मानकों में सुधार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। प्रो. क्रेमर ने बताया कि नवजात शिशु, जल जनित बीमारियों के प्रति संवेदनशील होते हैं और उनके सर्वेक्षण से निष्कर्ष निकला है कि सुरक्षित जल उपलब्ध कराकर बच्चों से संबंधित हर चार में से एक मृत्यु रोकी जा सकती है।
प्रो. माइकल क्रेमर को वैश्विक गरीबी उन्मूलन के उनके प्रयोगात्मक दृष्टिकोण के लिए वर्ष 2019 में नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया था। उन्हें अभिजीत बनर्जी और एस्थर डुफ्लो के साथ संयुक्त रूप से अर्थशास्त्र का नोबेल दिया गया था।
अर्थशास्त्री प्रो. क्रेमर ने बताया कि उनके अध्ययन का एक महत्वपूर्ण निष्कर्ष यह है कि यदि परिवारों को पीने के लिए सुरक्षित पानी उपलब्ध कराया जाए तो करीब 20 प्रतिशत शिशु मृत्यु दर को कम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि विकास कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने से पहले कठोर परीक्षण जरूरी है।
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