भारत में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में पाकिस्तान के एक प्रस्ताव का समर्थन किया है। दरअसल पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र संघ में एक प्रस्ताव लाकर स्वीडन में कुरान जलाने का विरोध किया है।
संयुक्त राष्ट्र ने की निंदा
मंगलवार (11 जुलाई) को, परिषद में अमेरिकी राजदूत मिशेल टेलर ने कहा कि, संयुक्त राज्य अमेरिका 28 जून को पवित्र कुरान के अपमान सहित कृत्यों की कड़ी निंदा करता है। उन्होंने पिछले महीने स्वीडन में हुई घटना का जिक्र भी किया।
UNHRC ने किया ट्वीट
UNHRC की ओर से ट्वीट कि गया, 'मसौदा प्रस्ताव L.23 को एक बार पेश किए जाने के बाद मौखिक रूप से संशोधित किया गया था। इसका शीर्षक 'भेदभाव, शत्रुता या हिंसा को बढ़ावा देने वाली धार्मिक घृणा का मुकाबला करना' है।' 57 देशों के संगठन OIC की ओर से पाकिस्तान ने मसौदा प्रस्ताव पेश किया था जिसमें कुछ यूरोपीय और अन्य देशों में पवित्र कुरान को सार्वजनिक रूप से बार-बार जाने की घटनाओं की निंदा की गई थी।
बता दें कि, स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में शख्स ने मंदिर के सामने पवित्र कुरान जलाई थी। जिसकी निंदा स्वीडन की सरकार समेत तमाम इस्लामिक देशों, यूरोपीय संघ, पॉप फ्रंसिस ने की थी।
भारत और चीन ने किया समर्थन
इस प्रस्ताव को भारत और चीन के साथ साथ अफ्रीका और मध्य पूर्व के कई देशों का भी समर्थन मिला।
प्रस्ताव के ख़िलाफ़ मतदान करने वाले देशों में अमेरिका, ब्रिटेन, फ़्रांस, फ़िनलैंड, बेल्जियम, जर्मनी और अन्य शामिल थे। प्रस्ताव 28 मतों से पारित हुआ जबकि 12 ने विरोध किया और 7 अनुपस्थित रहे।
Comments (0)