


मध्यप्रदेश में इन दिनों मानसून टर्फ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन का असर बना हुआ है, जिसके चलते राज्य के कई हिस्सों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। बुधवार, 27 अगस्त को प्रदेश के अधिकांश इलाकों में हल्की बारिश या बूंदाबांदी की संभावना जताई गई है। हालांकि, आज किसी भी जिले में मौसम विभाग ने कोई विशेष अलर्ट जारी नहीं किया है।
मौसम विभाग के मुताबिक, 28 अगस्त से एक नया सिस्टम सक्रिय होगा, जिससे राज्य के दक्षिणी जिलों में भारी बारिश के आसार बनेंगे। अभी कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश हो रही है, लेकिन आने वाले दिनों में तेज बारिश की चेतावनी दी गई है।
रतलाम और मंदसौर में झमाझम बारिश से जनजीवन प्रभावित
मंगलवार को प्रदेश के कई जिलों में अच्छी बारिश दर्ज की गई। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, नर्मदापुरम, रतलाम, पचमढ़ी, शाजापुर, श्योपुर, उज्जैन, सागर, छिंदवाड़ा, सतना और धार सहित 15 से ज्यादा जिलों में रुक-रुक कर बारिश होती रही।
रतलाम में करीब सवा इंच बारिश दर्ज की गई, जिससे कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई। वहीं, मंदसौर में भी तेज बारिश हुई, जिससे शिवना नदी उफान पर आ गई और नाहरगढ़ बिल्लोद पुलिया पर पानी बहने लगा।
जबलपुर स्थित बरगी डैम के 9 गेट और नर्मदापुरम के तवा डैम के 3 गेट खोले गए। तवा डैम से करीब 10,000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इसके अलावा दमोह, खजुराहो, नौगांव, उमरिया और उज्जैन में भी हल्की बारिश दर्ज की गई।
फिलहाल एक मानसून टर्फ मध्यप्रदेश से होकर गुजर रही है, जिसके चलते मंगलवार को कई जिलों में हल्की बारिश हुई। बुधवार को यह टर्फ प्रदेश से आगे बढ़ जाएगी, जिससे भारी बारिश की संभावना कम हो जाएगी।
हालांकि, 28 अगस्त से एक नया लो प्रेशर एरिया सक्रिय होगा, जिससे राज्य के दक्षिणी जिलों में मौसम फिर से बिगड़ सकता है और तेज बारिश देखने को मिल सकती है।