


सिरमौर जिले के शिलाई व चौहानों के कुन्हाट गाँव में हाल ही में एक ऐसी प्राचीन एवं रोमांचक परंपरा का भव्य आयोजन हुआ, जिसने सभी की धड़कनें तेज कर दीं। प्रदीप नेगी व उनके छोटे भाई कपिल नेगी ने जीवन-संगिनी सुनीता चौहान के साथ एकल नहीं, बल्कि संयुक्त विवाह बंधन निभाया—एक दुल्हन, दो दूल्हे की सदियों पुरानी हाटी सभ्यता की अनुपम मिसाल।
घर-गाँव की परंपराओं के अनुरूप मनाए गए इस समारोह में प्रदीप नेगी व विदेश में तैनात कपिल नेगी ने रीतियों-रिवाजों के हर चरण में पूरी निष्ठा व सामंजस्य दर्शाया। दोनों ने मिलकर अग्नि के द्वारों के समक्ष पवित्र प्रतिज्ञाएँ लीं, जिसमें विश्वास, देखभाल एवं साझा जिम्मेदारी की भावना झलकी।
भाईयों ने बताया कि यह निर्णय आपसी सहमति व पारदर्शिता का परिणाम था। प्रदीप ने कहा, “हमारी जड़ों में गहराई से जुड़ी इस परंपरा ने हमें एक परिवार के रूप में और अधिक सुदृढ़ किया।” वहीं कपिल नेगी ने जोड़ा, “देश-विदेश की दूरी कभी प्रेम व समर्थन की दूरी नहीं बना सकती।”
विहिता सुनीता चौहान ने गर्वपूर्वक स्वीकार किया, “मेरी स्वतंत्र इच्छा और आत्मविश्वास के साथ मैंने इस विशेष बंधन को स्वीकार किया। इस विवाह ने हमें पारिवारिक प्रेम एवं सम्मान का नया आयाम दिया है।”
स्थानीय समाज में लंबे समय से बंद पड़ी इस अतीत-गाथा ने आज नए उत्साह के साथ पुनः जागृति पाई है, जहाँ प्रेम व परंपरा का संगम एक नई मिसाल बन कर उभरा।