मोक्षदा एकादशी का व्रत मार्गशीर्ष महीने की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि के दिन रखा जाता है। एकादशी तिथि भगवान विष्णु का समर्पित है। मोक्षदा एकादशी मोक्ष देने वाली बताई गई है। इस दिन भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की पूजा अर्चना भी की जाती है।
कब पड़ रही है मोक्षदा एकादशी
मोक्षदा एकादशी का व्रत 22 दिसंबर को शुक्रवार के दिन रखा जाएगा। मोक्षदा एकादशी का व्रत शुक्ल पक्ष की एकादशी को रखा जाएगा जो 22 दिसंबर को है। 22 दिसंबर को सुबह 8 बजकर 16 मिनट पर एकादशी तिथि का आरंभ होगा और अगले दिन यानी 23 दिसंबर को सुबह 7 बजकर 11 मिनट तक रहेगी।
मोक्षदा एकादशी का धार्मिक महत्व
मान्यताओं को अनुसार, मोक्षदा एकादशी का व्रत रखने से पितृ प्रसन्न होते हैं। दरअसल, इस व्रत के प्रभाव से पितरों को मोक्ष मिलता है। साथ ही इस व्रत को पूरे विधि विधान के साथ करने से घर में सुख समृद्धि आती है। साथ ही संतान प्राप्ति का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। मोक्षदा एकादशी का व्रत रखने से व्यक्ति के जीवन में खुशियां आती हैं।
मोक्षदा एकादशी के दिन बरते जाने वाली सावधानिया
एकादशी तिथि के दिन पेड़ पौधे के फल फूल नहीं तोड़ने चाहिए। इसलिए भगवान को चढ़ाने वाले फूल और पत्ते पहले ही तोड़ लें।इस दिन किसी दूसरे व्यक्ति द्वारा दिया गया अन्न भी ग्रहण नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति का पुण्य क्षय हो जाता है।
साथ ही इस दिन क्रोध करने से बचें किसी की चुगली न करें और न ही किसी तरह के वाद विवाद में पड़े |
Comments (0)