नवरात्रि उत्सव के लिए इंदौर के पश्चिमी क्षेत्र में सबसे बड़ा दुर्गा पांडाल आकार ले चुका है। इस पांडल में 12 ज्योतिर्लिंग के दर्शन के साथ मां पद्मावती के मंदिर की प्रतिकृति बनाई गई है। नौ दिनों तक एक करोड़ मंत्र जाप होगा,जबकि दस लाख हवन आहुतियां और ग्यारह हजार अष्टलक्ष्मी कलश के दर्शन भी होंगे।
यह धार्मिक आयोजन 22 सितंबर से 2 अक्टूबर तक वीआईपीपरस्पर नगर में होगा। 25 एकड़ भूमि पर आकार ले रहे इस पांडाल को बनाने के लिए चार राज्यों के डेढ़ सौ से ज्यादा कलाकार जुलाई माह से जुटे हैं। पांडाल के प्रवेश द्वार को भव्य रुप दिया जा रहा है। यह आयोजन कृष्णगिरी पीठाधीश्वर आचार्य वसंत विजयानंद गिरि महाराज की अगुवाई में हो रहा हैै।
पांडाल में 25 हजार वर्गफीट में एक यज्ञ शाला तैयार की जा रही है। जिसका काम लगभग पूरा हो चुका है। इस परिसर में बाल क्रीड़ा उद्यान से लेकर संत निवास, मुख्य अतिथि विश्राम स्थल, खोया-पाया वस्तु केंद्र, पुलिस सहायता केंद्र, शिशु पालन केंद्र से लेकर पुरुष और महिला प्रसादम केंद्र तक तैयार किए गए हैं। नौ दिनों तक यज्ञ स्थल पर शाम 7 से रात 10 बजे तक देवी भागवत कथा भी होगी।
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