मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज एक बार फिर बदल गया है। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में बने गहरे अवदाब तथा नमी भरी हवाओं के असर से प्रदेश के कई जिलों में रविवार को रुक-रुककर बारिश हुई। लगातार हो रही वर्षा के कारण अक्टूबर का सबसे ठंडा दिन दर्ज किया गया, जब दिन का तापमान सामान्य से करीब 8 डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया।
रविवार सुबह 8:30 बजे से शाम 5:30 बजे के बीच श्योपुर में 46 मिमी, मलाजखंड में 23 मिमी, इंदौर में 11 मिमी, नर्मदापुरम में 9 मिमी, भोपाल और रतलाम में 8-8 मिमी, धार और पचमढ़ी में 7-7 मिमी, उज्जैन में 3 मिमी, जबलपुर में 2 मिमी, जबकि दमोह और मंडला में 1-1 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
रात का न्यूनतम तापमान खंडवा में 16.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। भोपाल में दिन का अधिकतम तापमान 24.2 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 7.9 डिग्री कम था। यह अक्टूबर 2019 के बाद का सबसे ठंडा दिन रहा।
आज कहां होगी बारिश
मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार को प्रदेश के अधिकांश जिलों में वर्षा होने की संभावना है। विशेष रूप से इंदौर, उज्जैन और नर्मदापुरम संभागों के कई इलाकों में तेज बौछारें गिर सकती हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में बना गहरा अवदाब सोमवार तक पश्चिम-मध्य खाड़ी में पहुंचकर चक्रवात में बदल सकता है। वहीं अरब सागर के मध्य भाग में भी एक सक्रिय अवदाब बना हुआ है। इसके प्रभाव से लेकर पश्चिमी मध्य प्रदेश तक द्रोणिका (ट्रफ लाइन) बनी हुई है।
अरब सागर से लगातार आ रही नमी के कारण अगले तीन दिनों तक बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है।
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