मध्य प्रदेश में 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए एक बड़ी खबर है। इस साल बोर्ड परीक्षाएं पिछले वर्षों की तुलना में लगभग 15 दिन पहले फरवरी में शुरू होंगी। यह फैसला राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के तहत लिया गया है, जिसके अनुसार अब बोर्ड परीक्षाएं साल में दो बार आयोजित की जाएंगी। एक मुख्य परीक्षा फरवरी में होगी, जबकि दूसरी जून में होने की उम्मीद है।
7 फ़रवरी से शुरू होंगी परीक्षाएं
दरअसल, इस साल मध्य प्रदेश बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं 7 फ़रवरी से शुरू होंगी। इस बदलाव की मुख्य वजह राष्ट्रीय शिक्षा नीति में दो बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करने का प्रस्ताव है। पहली फरवरी में और दूसरी जून में। इसलिए अर्धवार्षिक परीक्षाएं दिसंबर की बजाय नवंबर में होंगी। इससे छात्रों को बोर्ड और वार्षिक परीक्षाओं की तैयारी के लिए ज़्यादा समय मिलेगा।
क्यों पहले हो रहीं परीक्षाएं
इस बदलाव के मद्देनजर इस साल अर्धवार्षिक और प्री-बोर्ड परीक्षाएं एक महीने पहले आयोजित की जाएंगी। 9वीं से 12वीं कक्षा तक की अर्धवार्षिक परीक्षाएं नवंबर में होंगी। पहले ये परीक्षाएं दिसंबर में होती थीं। इससे छात्रों को अर्धवार्षिक परीक्षाओं के बाद बोर्ड और वार्षिक परीक्षाओं की तैयारी के लिए पर्याप्त समय मिल जाएगा। बता दें कि इस बार बोर्ड परीक्षाएं पहले आयोजित की जा रही हैं, क्योंकि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत दो बोर्ड परीक्षाएं अनिवार्य हैं। माध्यमिक शिक्षा मंडल (BSE) ने फरवरी में होने वाली एक मुख्य परीक्षा की समय-सारिणी जारी कर दी है। दूसरी परीक्षा जून में होने की उम्मीद है। इसी के चलते स्कूल शिक्षा विभाग को अर्धवार्षिक परीक्षा कार्यक्रम में बदलाव करना पड़ा है।
रिपोर्ट कार्ड तैयार किए जाएंगे
कक्षा 9वीं से 12वीं तक की अर्धवार्षिक परीक्षाएं बोर्ड और वार्षिक परीक्षाओं की तरह ही आयोजित की जाएंगी। प्रश्नपत्र राज्य स्तर पर तैयार किए जाएंगे। अर्धवार्षिक परीक्षा के अंक कक्षा 9वीं और 11वीं की वार्षिक परीक्षाओं में जोड़े जाएंगे। परीक्षा के बाद प्रत्येक छात्र का रिपोर्ट कार्ड तैयार किया जाएगा।
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