मध्यप्रदेश सरकार ने बुजुर्गों, दिव्यांगजनों और निराश्रितों को बड़ी राहत दी है। अब उन्हें पेंशन प्राप्त करने के लिए न तो बैंक की लाइन में लगना पड़ेगा और न ही डाकघर के चक्कर लगाने होंगे। ‘पेंशन आपके द्वार’ योजना को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए राज्य सरकार ने सभी जिला कलेक्टरों को सघन निगरानी और समीक्षा के निर्देश जारी किए हैं।
अब बुजुर्ग, दिव्यांगजन और निराश्रित महिलाएं पेंशन के लिए लंबी कतारों में खड़े हुए बिना सीधे अपने घर पर यह सुविधा प्राप्त कर सकेंगे। मध्यप्रदेश सरकार की ‘पेंशन आपके द्वार’ योजना ने इस सेवा को पात्र लोगों की दहलीज तक पहुंचा दिया है। सरकार का उद्देश्य इस योजना को पारदर्शी और असरदार बनाना है, ताकि किसी भी लाभार्थी को पेंशन से वंचित न रहना पड़े। योजना का मकसद यह है कि बुजुर्गों और जरूरतमंदों को बैंक या डाकघर जाने की झंझट से मुक्ति मिले।
सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग की प्रमुख सचिव ने सभी जिला कलेक्टरों और जिला पंचायत सीईओ को इस योजना की नियमित समीक्षा करने और निगरानी बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। इसका उद्देश्य है कि पेंशन की राशि समय पर और सही व्यक्ति तक पहुंचे।
जबलपुर के कलेक्टर ने बताया कि पेंशन की राशि प्रत्येक माह सिंगल क्लिक से सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में भेजी जा रही है। पहले राशि निकालने में कुछ लोगों को कठिनाई होती थी, लेकिन अब ‘पेंशन आपके द्वार’ योजना के जरिए यह समस्या भी हल हो गई है।
शिकायतों पर तुरंत एक्शन के निर्देश
सरकार ने यह भी निर्देश दिए हैं कि यदि योजना के क्रियान्वयन में कहीं कोई गड़बड़ी या शिकायत मिलती है तो उस पर त्वरित कार्रवाई की जाए। इसका उद्देश्य है कि सभी पात्र नागरिकों को पेंशन समय पर और बिना किसी परेशानी के मिले।
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