सर्दियों की शुरुआत होते ही घरों में साग बनना शुरु हो जाता है। साल भर इसका इंतजार किया जाता है पर क्या आपको मालूम है कि साग को हर कोई नहीं खा सकता।
किन लोगों को करना चाहिए परहेज
जिन्हें पेट से जुड़ी समस्याएं हों: सरसों का साग भारी और गैस बनाने वाला हो सकता है। अगर किसी को एसिडिटी, पेट दर्द या इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (IBS) की समस्या है, तो उन्हें इसका सेवन कम करना चाहिए। साग को ज्यादा घी या मसालों के साथ पकाने से यह समस्या और बढ़ सकती है।
जिन्हें किडनी की समस्या हो: सरसों का साग ऑक्सालेट्स से भरपूर होता है, जो किडनी में पथरी की समस्या को बढ़ा सकता है। किडनी के रोगियों को इसे सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए।
थायरॉइड रोगियों को: सरसों में गॉयट्रोजेनिक पदार्थ होते हैं, जो थायरॉइड ग्रंथि की कार्यक्षमता को बाधित कर सकते हैं। थायरॉइड रोगियों को इसे खाने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
जिन्हें एलर्जी हो: सरसों का साग कुछ लोगों में एलर्जिक प्रतिक्रिया पैदा कर सकता है, जैसे त्वचा पर रैशेज, गले में जलन या सांस लेने में दिक्कत।जिन लोगों को आयरन से जुड़ी कोई समस्या है, उन्हें यह साग सीमित मात्रा में खाना चाहिए।
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