पाकिस्तान ने 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों के सूत्रधार साजिद मीर को गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले पाकिस्तानी खुफिया ऐजेंसी ISI ने FBI की तरफ से मोस्ट वांटेज घोषित साजिद की मौत होने का दावा किया था। विशेषज्ञों के अनुसार एफएटीएफ की ग्रे सूची से निकलने के लिए पाकिस्तान ने मीर को सजा दिलाने का नाटक किया।
मीर पाकिस्तान में जिंदा है, हिरासत में है और उसे सजा सुनाई गई है
FBI के एक अधिकारी ने बताया कि मीर पाकिस्तान में जिंदा है, हिरासत में है और उसे सजा सुनाई गई है। मीर को मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल करते हुए FBI ने 2011 में उस पर 50 लाथ डॉलर की इनाम रखा था। अमेरिका और भारत दोनो ही उसे खोज रहे हैं। लश्कर सरगना हाफिज सईद के करीब साजिद को मुंबई हमले की योजना बनाने वाले डेविड कोलमैन और अन्य आतंकवादियो का हैंडलर माना जाता है।
एफएटीएफ की ग्रे सूची से बाहर निकालने की प्लानिंग कहा जा रहा
पाकिस्तान साजिद मीर का गिरफ्तारी से ये दिखाना चाहता है कि वो आतंकवाद के खिलाफ काम कर रहा है। इस गिरफ्तारी को एफएटीएफ की ग्रे सूची से बाहर निकालने की प्लानिंग कहा जा रहा है। पाकिस्तान 2018 से ही एफएटीएफ की ग्रे सूची में शामिल है।
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मीर 2001 से एक्टिव था। उसने लश्कर से मिलकर कई आतंकवादी हमलों की योजना बनाई थी
आतंकी साजिद मीर लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम करता था। अमेरिका जांच ऐजेंसी FBI ने जानकारी दी है कि मीर 2001 से एक्टिव था। उसने लश्कर से मिलकर कई आतंकवादी हमलों की योजना बनाई थी। अमेरिका ने उस पर 5 मिलियन का इनाम घोषित रखा है।
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