Afghanistan: अफगानिस्तान (Afghanistan) की राजधानी काबुल को इस्लामी कट्टरपंथी संगठन तालिबान द्वारा कब्जा कर लिया गया था। तालिबान ने 15 अगस्त 2021 को काबुल पर कब्जा किया था। तब से लेकर आज तक अनेकों रुपों में वहां से क्रूरता की खबरें आ आई हैं। हाल-ए-दृश्य ये है कि अब वहां तालिबान का अफगानिस्तान की जनता पर क्रूरता की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है। तालिबान ने वहां कुछ लोगों की सार्वजनिक रुप से पिटाई कर दी। प्राप्त जानकारी के अनुसार तालिबान के सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि आफगानिस्तान के बदख्शां प्रांत के फैजाबाद में एक खेल मैदान में शुक्रवार को दो महिलाओं सहित 11 लोगों का पीटा गया।
बता दें कि अफगानिस्तानी मीडिया ने एक आधिकारिक बयान के माध्यम से बताया कि तालिबान ने उन पर "नैतिक अपराध और व्यभिचार" का आरोप लगाते हुए आफगानिस्तान के बदख्शां प्रांत में भरी भीड़ के सामने 11 लोगों की पिटाई की थी।
पहले भी लोगों क्रूरता का बनाया शिकार
तालिबान में इससे पहले भी लोगों को अपनी क्रूरता का शिकार बनाया है। कुछ दिनों पहले तालिबान ने दक्षिणी हेलमंद प्रांत के ग्रिशक जिले में 16 लोगों को सार्वजनिक रूप से कोड़े मारे थे। अफगानिस्तान के विभिन्न प्रांतों में कम से कम 250 लोगों को विभिन्न अपराधों के आरोप में तालिबान ने इन लोगों को सार्वजनिक रूप से पीटा है।
तीन लोगों कुल 39 बार सार्वजनिक रूप से पीटा
प्राप्त जानकारी के अनुसार तालिबान समूह के सर्वोच्च नेता हिबतुल्ला अखुंदज़ादा ने न्यायाधीशों से मौत की सजा सहित अदालतों में अपने फैसलों में शरिया कानून लागू करने के लिए कहा, इसी के बाद 2022 नवंबर से तालिबान ने सार्वजनिक दंड की घटना को अंजाम दे रहा है। पिछले महीनों में तालिबान के कई प्रांतों में सैकड़ों लोगों की पिटाई की है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अफगान मानवाधिकारों पर कार्रवाई करते हुए तालिबान ने तीन लोगों कुल 39 बार सार्वजनिक रूप से पीटा था। उनको पीटने को लेकर तालिबान का तर्क था कि अफगानिस्तान पर शासन करने वाले संगठन को विवाह पूर्व संबंधों के लिए कोई सहनशीलता नहीं है। यह घटना पूर्वी अफगानिस्तान के नांगरहार प्रांत में हुई थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार इन तीन व्यक्तियों पर अवैध यौन संबंध रखने के संदेह में हिरासत में लेने के बाद मुकदमा चलाया गया और सजा सुनाई गई।
ये भी पढ़े- Hyderabad News: नकली कार ड्राइवर बनकर की चोरी, सात करोड़ के आभूषण लेकर फरार….
Comments (0)