UNSC में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर की ओसामा बिन लादेन को लेकर तीखी टिप्पणी ने पाकिस्तान को इस कदर आहत कर दिया है कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री Bilawal Bhutto अब भारत के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री के खिलाफ जहर उगल रहे है।
Bilawal Bhutto ने पार की सभी हदें
New York में विदेश मंत्री एस जयशंकर (S. Jaishakar) के बयान के जवाब में मीडिया को संबोधित करते हुए, पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि पाक ने भारत की तुलना में आतंकवाद से अधिक जान गंवाई है और इसलिए पाकिस्तान के पास आतंकवाद का समर्थन करने का कोई कारण नहीं है।
बिलावल ने आगे कहा कि ओसामा बिन लादेन तो मर चुका है लेकिन “गुजरात का कसाई” अभी भी जीवित है। इतना ही नहीं बिलावल ने यह तक कह दिया कि प्रधानमंत्री मोदी को प्रधानमंत्री बनने से पहले तक अमेरीका अपने देश में प्रवेश करने तक की इजाजत नहीं देता था। बिलावल ने आगे कहा कि RSS हिटलर की विचारधारा से प्रभावित है और भारत के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री दोनों देश के नहीं RSS के मंत्री है।
एस जय शंकर ने लगाई थी क्लास
बिलावल भुट्टो द्वारा संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर मुद्दे को उठाने की कोशिश के बाद पाकिस्तान को मुँह की खानी पड़ी थी। डॉ एस जयशंकर ने पाकिस्तान पर पलटवार करते हुए कहा था कि “दुनिया आतंकवाद जैसे खतरों के सामान्यीकरण को स्वीकार नहीं कर सकती है, जो देश ओसामा बिन लादेन जैसे आतंकवादियों की मेजबानी करते हैं और पड़ोसी देश की संसद पर हमले की कोशिश करते हैं, वे संयुक्त राष्ट्र में प्रवचन नहीं दे सकते”।
विदेश मंत्रालय की पाकिस्तान को नसीहत
भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि पाक विदेश मंत्री का बयान 'असभ्यता' से भरा हुआ है। यह पाक के लिए भी एक निचला स्थर है, MEA ने कहा कि पाकिस्तान को अपनी मानसिकता बदलने की जरूरत है।
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