बांग्लादेश में नई सरकार चुनने के लिए इलेक्शन हो रहा है। देश में 12वें आम चुनाव के लिए 7 जनवरी को वोट डाले जाएंगे। इस चुनाव पर देश के लोगों के साथ-साथ दुनिया के दूसरे देशों की भी निगाहें लगी हैं। इसमें खासतौर से चीन और भारत शामिल हैं, जो पड़ोसी होने के नाते बांग्लादेश के चुनाव पर करीबी नजर रख रहे हैं। भारत और चीन के बीच संबंध बीते काफी समय से सहज नहीं हैं, कई मुद्दों पर दोनों देशों में तनातनी चल रही है लेकिन बांग्लादेश में दोनों एक ही सरकार चाहते हैं। भारत और चीन दोनों ही बांग्लादेश की मौजूदा पीएम शेख हसीना की सत्ता में वापसी चाहते हैं। भारत और चीन दोनों ही बांग्लादेश की मौजूदा पीएम शेख हसीना की सत्ता में वापसी चाहते हैं। भारत और चीन की इस जुगलबंदी से अमेरिका को बड़ा झटका लगा है जो शेख हसीना के खिलाफ अभियान चलाए हुए है।
भारत से बांग्लादेश के नजदीकी रिश्ते, चीन से भी बढ़ा व्यापार
1971 के मुक्ति संग्राम में भारत के समर्थन के चलते बांग्लादेश का हमेशा से ही भारत के प्रति नरम रुख रहा है। इतिहास के इस महत्व के इतर भारत और बांग्लादेश के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2021-22 में 15 बिलियन डॉलर से अधिक का रहा है। भारत बांग्लादेश को एक महत्वपूर्ण बफर के रूप में मानता है और राष्ट्रीय विकास के लिए आवश्यक बंदरगाहों और पावर ग्रिड पहुंच में महत्वपूर्ण सहायता प्रदान करता है। ऐतिहासिक संबंध और भौगोलिक निकटता इस व्यापार संबंध को बढ़ाती है। दूसरी ओर चीन के साथ बांग्लादेश का दोतरफा व्यापार 2022 में 25 बिलियन डॉलर से अधिक हो गया। बांग्लादेश रणनीतिक रूप से भी चीन के साथ जुड़ा है, जो मेगा परियोजनाओं के माध्यम से अपने परिदृश्य को बदलने में मदद कर रहा है।
ये चुनाव भारत और चीन के लिए क्यों मायने रखता है?
बांग्लादेश में मुख्य विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) ने इस चुनाव का बहिष्कार किया है और शेख हसीना की वापसी तय मानी जा रही है। बांग्लादेश में भारत और चीन दोनों ही चुनाव के बाद राजनीतिक और आर्थिक जोखिमों से सावधान हैं। चीन का 38 अरब डॉलर की बीआरआई प्रोजेक्ट हसीना सरकार की निरंतरता पर निर्भर करती है। वहीं अगर प्रधानमंत्री हसीना पद से हटती हैं तो भारत को भी वैकल्पिक रणनीतियां तलाशनी होंगी। बांग्लादेश के चुनाव के दूरगामी परिणामों को देखते हुए ही भारत और चीन दोनों ने मौजूदा सत्ता के पीछे अपना जोर लगा दिया है, जो अमेरिका के लिए भी झटके से कम नहीं है।
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